Lucknow: यूपी विधान सभा में भी प्रदर्शन पर रोक लगाई गई

विधान भवन परिसर में किसी को विरोध प्रदर्शन की नहीं होगी अनुमति: महाना

Update: 2024-12-21 05:34 GMT

लखनऊ: लोकसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई घटना के बाद यूपी विधान सभा में भी प्रदर्शन पर रोक लगा दी गयी है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि कुछ लोग जाकर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर बैठ जाते हैं, यहां तक तो ठीक है, मगर विधान भवन परिसर में हम अभी प्रदर्शन की इजाजत नहीं देंगे। उत्तर प्रदेश विधान सभा शीतकालीन सत्र समापन के बाद दूसरे दिन आज शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को साझा किया।

उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि यूपी विधान सभा का नाम अब अग्रणी राज्यों में लिया जाता है। आम लोगों को विधान सभा से जोड़ना चाहता हूँ। किस तरह से विधायक काम करते हैं। कैसी याचिका दायर होती है। कैसे कमेटी काम करती है। सदन का संचालन कैसे होता है। यह सब ठीक लगातार ठीक करने दिशा में काम कर रहे हैं। कल समय से पहले विधान सभा स्थगित की गई। मैं विधानसभा को स्थगित करने का पक्षधर नहीं हूं। मैं चाहता हूं कि पक्ष और विपक्ष में बात होती रहे। डिबेट होनी चाहिए। मैं नहीं मानता हूँ कि विधान सभा में डिबेट नहीं होती है। अब अनुपूरक बजट पर भी डिबेट होती है। इस बार दुर्भाग्य से नहीं हो सकी।

सतीश महाना ने कहा कि अगला बजट सत्र के साथ तीन वर्ष हो जाएंगे। इस दौरान तीन सालों में हमने अच्छी डिबेट की है। विधानसभा का केवल भवन अच्छा हो, ऐसा नहीं है, हमने संसदीय व्यवस्थाएं भी ठीक की हैं। अब एक अच्छी छवि बनी है। चार दिन की विधान सभा में भी मुझे सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। पीठ से भी हमने कहा था कि चर्चा होनी चाहिए। स्थगन ठीक नहीं है। ऐसा नहीं है कि हमेशा यही होता है। कुछ मिनटों के बाद बाकी समय में अच्छी चर्चा भी होती है। विपक्ष कहता है कि आप लोग भी करते थे। हम करते थे तब सोशल मीडिया नहीं था, इतनी जागरूकता नहीं थी। आज जनता यह जानना चाहती हैं कि सदन में आप लोग क्या करते हैं, वह जानती भी है।

आप सदन में जो कुछ भी करते हैं, सोशल मीडिया के माध्यम से पूरी जनता देखती है।महाना ने बताया कि मुख्यमंत्री से चर्चा की है कि बजट सत्र अच्छा चलाएंगे। लंबे समय तक बजट सत्र चलाएंगे। ऐसे ही एआई के यूजेज को लेकर डिबेट की जाएगी।विधायकों का पांच ग्रुप बनाया है। मेरा मानना है कि विधायकों को विधायिका से जुड़े अन्य विषयों पर भी कार्य करना चाहिए। इन ग्रुपों के माध्यम से विभिन्न विषयों पर हम उनके साथ चर्चा करेंगे। यह चर्चा 23 दिसंबर से होगी।

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