Lucknow: हत्याकाण्ड का खुलासा: सीसी कैमरों में नौ किमी के 400 फुटेज में 12 जगह दिखे हत्यारे
लखनऊ: शहर में फिर सनसनीखेज हत्याकाण्ड का खुलासा करने में सीसी कैमरों की अहम भूमिका रही. इंदिरा नगर से नौ किलोमीटर के दायरे में 400 से ज्यादा फुटेज पुलिस ने खंगाले. शुरुआत में स्कूटी पर दो युवक पुलिस को संदिग्ध तो लगे लेकिन चेहरे पहचान में नहीं आ रहे थे. पीछे बैठे बदमाश ने भी हेलमेट पहन रखा था. पुलिस की चार टीमें अलग-अलग दिशा में फुटेज खंगालते हुए कैंट तक देखती रहीं. कैंट में एक फुटेज ऐसी मिली, जिसमें पीछे बैठे युवक ने हेलमेट उतार लिया था. यहां से स्कूटी की लोकेशन आगे तक तलाशी गई तो हत्या में शामिल बदमाश की पहचान हो गई.
नीली स्कूटी से भागे थे बदमाश : हत्या के बाद कॉलोनी में लगे कैमरों में हत्यारे नहीं दिखे थे. पार्क के पास लगे दो कैमरे खराब मिले. देवेंद्र नाथ दुबे के घर में कैमरे लगे थे, लेकिन हत्यारे वारदात के बाद डीवीआर उखाड़ ले गये थे. पुलिस की टीमों ने कॉलोनी से बाहर मुख्य सड़क और आगे मार्ग पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली तो स्कूटी पर दो संदिग्ध दिखे. इस पर कॉलोनी के प्रवेश गेट के आस पास लगे और कैमरे खंगाले गए तो नीली स्कूटी से दो लोग अंदर से मुख्य मार्ग की तरफ निकलते दिखे थे. इसमें पीछे बैठा युवक भी हेलमेट पहने था. आस पास के घरों में पूछा गया तो ऐसी स्कूटी किसी के यहां नहीं थी, न किसी के यहां इस स्कूटी से कोई आया.
कैंट में हेलमेट उतारते ही पहचान हुई: पुलिस ने इंदिरा नगर से और आगे के रास्तों में लगे कैमरों की फुटेज देखना शुरू किया तो इस स्कूटी का रूट मिलने लगा. स्कूटी सवार दोनों युवक अंदर की गलियों से होते गोमतीनगर, फिर लोहिया चौराहे पहुंचे. यहां से समता मूलक होते हुए गोल्फ क्लब तक गये. गोल्फ क्लब के पास पांच सेकेण्ड के लिये रुके, फिर माल एवेन्यू पुल होते कैंट चले गये. कैंट में स्कूटी पर पीछे बैठे बदमाश ने हेलमेट उतार लिया. इसने पीठ पर एक बैग लटका रखा था. इसके बाद ही बदमाशों की पहचान हुई.
देवेंद्र ने पहचाना, बेटे को नहीं दिखाई फुटेज: पुलिस ने फुटेज में दिखे बदमाशों की फोटो रिटायर आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे को दिखायी. उनके छोटे प्रतीक को फुटेज नहीं दिखायी गई.
दावा है कि देवेंद्र ने फुटेज देखकर बदमाश की पहचान अपने परिचित के रूप में की. माना जा रहा है कि इस बदमाश के आने पर मोहिनी दुबे ने चैनल का ताला खोला था. इसके बाद ही दोनों बदमाश अंदर गये और वारदात कर दी. देवेंद्र से कई सवालों का जवाब लिया गया. इसके बाद ही साफ हो गया कि वारदात में बेहद करीबी का हाथ है.