लखनऊ मुंशीपुलिया पुल का काम पेड़ से अटका, रक्षा मंत्री ने स्टालिन पर काम किया था
रक्षा मंत्री ने स्टालिन पर काम किया था
उत्तरप्रदेश : पेड़ों की कटाई न होने से मुंशीपुलिया फ्लाईओवर का निर्माण फंस गया है. यह हाल तब है जब पीडब्ल्यूडी (एनएच) वन विभाग को पेड़ों की कटाई के लिए करीब 1.50 करोड़ रुपये आवंटित कर चुका है. पीडब्ल्यूडी ने वन विभाग को कई बार पत्र भी लिखा, पर कुछ नहीं हुआ.
मुंशीपुलिया चौराहे पर ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए पीडब्ल्यूडी (एनएच) 1800 मीटर लंबा चार लेन फ्लाईओवर बना रहा है. करीब 170 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन फ्लाईओवर का काम कलेवा तिराहा से मुंशीपुलिया तक तेज गति से हो रहा है, लेकिन रिंग रोड पर इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप की तरफ पेड़ों की कटाई न होने से पिलर निर्माण शुरू नहीं हो सका है.
रक्षामंत्री ने धीमे काम पर जताई थी नाराजगी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 16 सितम्बर को मुंशीपुलिया और खुर्रमनगर फ्लाईओवर का निरीक्षण किया था. इस दौरान निर्माण धीमी गति से होने पर नाराजगी व्यक्त की थी. साथ ही जनवरी 2024 तक मुंशीपुलिया फ्लाईओवर का काम पूरा करने का निर्देश दिया था. इसके बाद पीडब्ल्यूडी (एनएच) के अधिशासी अभियंता रजनीश गुप्ता ने अवध वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी को पत्र लिखकर पेड़ों की कटाई न होने पर नाराजगी व्यक्त की. फिर भी कुछ नहीं हुआ.
मुंशीपुलिया चौराहे से रिंग रोड की तरफ पेड़ों की कटाई नहीं हुई. इससे फ्लाईओवर निर्माण में काफी दिक्कत आ रही है. वन विभाग को कई बार पत्र लिखा गया. रजनीश गुप्ता, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी (एनएच)
वाहन चालक 15 मिनट तक करते हैं इंतजार
मुंशीपुलिया चौराहे पर पीक आवर्स में लंबा ट्रैफिक जाम रहता है. वाहन चालक 10-15 मिनट तक सिग्नल पर खड़े रहते हैं. रात 10 बजे के बाद भारी वाहनों की इंट्री होते ही समस्या बढ़ जाती है. फ्लाईओवर बनने से पॉलीटेक्निक चौराहा, खुर्रमनगर, इंदिरानगर, टेढ़ीपुलिया, जानकीपुरम, कुर्सी रोड की तरफ आने जाने वालों को राहत होगी.