Lucknow: बेटे को इलाज के लिए पहुंचे पिता को स्टाफ के टरकाने पर एसडीएम को फोन करना पड़ा
अधिकारी की फटकार पर मौजूद स्टाफ ने मरीज का इलाज कर दवाएं दीं.
लखनऊ: सीएचसी हरदों में रविवार को बीमार बेटे को इलाज के लिए पहुंचे पिता को स्टाफ के टरकाने पर एसडीएम को फोन करना पड़ा. अधिकारी की फटकार पर मौजूद स्टाफ ने मरीज का इलाज कर दवाएं दीं.
किशनपुर थानाक्षेत्र के गांव पहाड़पुर निवासी चन्द्रकिशोर गौतम अपने बेटे कृष्णा गौतम को लेकर दोपहर सीएचसी हरदों पहुंचा. उसका चेहरा काला पड़ गया था और दाने थे. इमरजेंसी में तैनात डाक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने सिर्फ इमरजेंसी देखने की बात कही. ओपीडी के लिए अगले दिन आने की बात कह उसे वापस कर दिया. तीमारदार पिता ने एसडीएम को फोन कर मामले की शिकायत की. उसने डाक्टर व स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए. इस पर एसडीएम ने डाक्टर को जमकर फटकार लगाई. वहीं इलाज कराने पहुंचे अन्य तीमारदारों का कहना रहा कि प्रत्येक रविवार को स्वास्थ्य केन्द्र में मुख्यमंत्री जनआरोग्य मेला का आयोजन होता है लेकिन सीएचसी में अधीक्षक समेत स्टाफ नदारद रहता है. एसडीएम ने कहा कि तीमारदार का फोन आया था, मरीजों के इलाज में लापरवाही चिंताजनक है.
ससुरालियों से प्रताड़ित युवक ने लगाई गुहार: ससुरालीजनों से प्रताड़ित एक युवक ने रविवार कोतवाली पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है. जाफरगंज थाने के बरवा निवासी धर्मेन्द्र कुमार ने पुलिस को बताया कि 20 में जनता गांव निवासी आरती से बगैर दहेज की शादी हुई थी. शादी के बाद से ही पत्नी सम्मलित परिवार में नहीं रहना चाहती थी, उसके नाना नानी के घर कल्यानपुर थाने के मौहार गांव रहने लगे. ब्यूटी पार्लर खोला था लेकिन दुकान ना चलने के कारण पत्नी सहित गुजरात में नौकरी करने लगा था. कोविड काल में परिवार के साथ गांव आ गया था. पत्नी आए दिन लड़ती झगड़ती रहती और जेवर व नकदी लेकर अपने भाई के साथ चली गई थी. वह ससुराल आने को तैयार नहीं थी. रविवार को वह पत्नी को लेने पहुंचा तो ससुरालियों ने उसको व मौसेसे भाई से मारपीट कर पांच हजार छीन लिए. मौके पर पहुंची पीआरवी को गुमराह कर कार्रवाई करा दी गई.जांच कराकर उचित कार्रवाई की मांग की है.