Lucknow: प्रदेश में बिजली विभाग सबसे भ्रष्ट: डॉ. रागिनी सोनकर
पूर्वांचल में ही बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ: सोनकर
लखनऊ: समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. रागिनी सोनकर ने उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग को राज्य का सबसे भ्रष्ट विभाग बताया है। उन्नाव में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि सिर्फ पूर्वांचल में ही बिजली बिल वसूली में 900 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने आशंका जताई कि भविष्य में और भी घोटाले सामने आ सकते हैं।
एनकाउंटर पर उठाए सवाल: रागिनी सोनकर ने प्रदेश में हो रहे एनकाउंटर पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इन मुठभेड़ों में मारे जाने वाले ज्यादातर लोग अल्पसंख्यक, दलित और पिछड़े वर्ग से होते हैं। हर बार एक ही कहानी दोहराई जाती है, जिससे लोगों के बीच आक्रोश बढ़ रहा है। उनका मानना है कि ये फर्जी एनकाउंटर जनता के बीच गुस्से को बढ़ावा दे रहे हैं।
‘सबसे भ्रष्ट विभाग बिजली विभाग’: बिजली विभाग के भ्रष्टाचार पर बोलते हुए रागिनी सोनकर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी विभागों में सबसे भ्रष्ट विभाग बिजली विभाग है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली विभाग का काम बेहद खराब है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनके जिले में एक दिन में 600 ट्रांसफार्मर एक साथ खराब हो गए। इससे ट्रांसफार्मर की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा होता है।
पूर्वांचल में 900 करोड़ का घोटाला: रागिनी सोनकर ने खुलासा किया कि पूर्वांचल में बिजली बिल की वसूली में 900 करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुल कितना घोटाला हुआ है, यह धीरे-धीरे सामने आएगा। उन्होंने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को सलाह दी कि वे अपने कार्यकाल के अंत में कुछ अच्छा काम करके जाएं। उन्होंने कहा कि जनता से वसूला गया टैक्स उनके अधिकारों के लिए खर्च होना चाहिए। कम से कम सही पोल, तार और ट्रांसफार्मर लगाए जाएं।
AIIMS में कर चुकी हैं प्रैक्टिस: डॉ. रागिनी सोनकर ने कोलकाता से एमबीबीएस की पढ़ाई की है और उनके पिता कैलाश सोनकर अजगरा विधानसभा से विधायक हैं। रागिनी सोनकर एक सरकारी डॉक्टर हैं और AIIMS में प्रैक्टिस कर चुकी हैं। उन्होंने इस्तीफा देकर राजनीति में कदम रखा और चुनाव लड़ा।