Lucknow: चारबाग और आलमबाग से नहीं हटेंगे बस अड्डे
अगली बैठक में फिर से चर्चा होगी
लखनऊ: शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए अपर मुख्य सचिव परिवहन की अध्यक्षता में हुई बैठक में बस अड्डों को शहर से बाहर किए जाने का मुद्दा छाया रहा. सहमति बनी कि चारबाग और आलमबाग बस अड्डों को नहीं हटाया जाएगा. कैसरबाग बस अड्डे पर कोई सहमति नहीं बन सकी. इस पर अगली बैठक में फिर से चर्चा होगी, तब तक कैसरबाग बस अड्डा वर्तमान स्थिति में ही रहेगा.
इस पर सहमति बनी कि शहरों के बीच जाम का कारण बन रहे बस अड्डों को बाहर शिफ्ट किया जाए. स्थायी समाधान के लिए सैटेलाइट बस स्टेशन बनाए जाएं. अपर मुख्य सचिव एल. वेंकटेश्वर लू ने कहा कि शहर से बाहर सैटेलाइट बस स्टेशन बनाने के लिए सभी जिलों के आरएम, एआरएम वहां के एडीएम व एसडीएम के साथ बात कर जमीन चिह्नित कर लें. इसका प्रस्ताव जल्द बनाकर शासन को भेजा जाए. परिवहन निगम सूत्रों के मुताबिक कैसरबाग, चारबाग, आलमबाग और अवध बस स्टेशन को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हुई. इसमें कहा गया कि आलमबाग बस स्टेशन पीपीपी मॉडल पर बना है. चारबाग बस स्टेशन का चयन पीपीपी मॉडल पर बनाने के लिए किया जा चुका है. इसलिए इनको शहर के बीच में होने पर भी नहीं हटाया जाएगा.
स्वास्थ्य भवन के पास बसें मिलीं, चार के खिलाफ कार्रवाई: मंडलायुक्त के निरीक्षण के दौरान प्रतिबंधित डालीगंज से स्वास्थ्य भवन के रूट पर रोडवेज बसें चलती मिलीं. इस पर उन्होंने नाराजगी जताई. इसके बाद आरएम आरके त्रिपाठी ने कैसरबाग के एआरएम अरविंद कुमार को चेताते हुए दोबारा इस तरह की गलती नहीं होने के निर्देश दिए हैं. डालीगंज पुल पर गार्ड आरिफ सलमानी और क्लार्क अवध तिराहा पर संजय द्विवेदी की ड्यूटी लगाई थी. बुकिंग लिपिक श्रीनाथ की राजस्व परिषद तिराहा और अक्षम चालक कन्हैया लाल की डालीगंज पुल पर ड्यूटी थी. एआरएम ने सभी का एक-एक दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है.