Lucknow: बाइक सवार दंपति को डंपर ने रौंदा
महिला के सिर के ऊपर से डंपर का पहिया निकल गया
लखनऊ: बाइक सवार दंपति को रॉन्ग साइड से आ रहे मौरंग से भरे डंपर ने टक्कर मार दी. बाइक से उछलकर सड़क पर गिरी महिला के सिर के ऊपर से डंपर का पहिया निकल गया. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जबकि पति गंभीर घायल हुआ है. जिसे उरई मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. पुलिस ने डंपर को पकड़कर चालक को हिरासत में ले लिया है. शव को पोस्टमार्टम को भेजा गया है.
चिकासी थानाक्षेत्र के मंगरौठ गांव निवासी 45 वर्षीय शिवराम यादव 40 वर्षीय पत्नी देवकी के साथ बाइक से गोहांड बाजार करने गए थे. शाम को घर लौट रहे थे, तभी रिहुंटा चौराहे के पास रॉन्ग साइड से आ रहे मौरंग से भरे डंपर ने बाइक में टक्कर मार दी. इससे शिवराम दूर जा गिरा और पत्नी देवकी सड़क पर गिरी, जिसके सिर को कुचलता हुआ डंपर निकल गया. इससे देवकी की मौके पर ही मौत हो गई. शिवराम के पैरों में गंभीर चोटें हैं. सूचना पर मौके पर पहुंची चिकासी पुलिस ने घायल शिवराम को उरई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है. थाना चिकासी के उपनिरीक्षक आदित्य सिंह ने बताया चालक को हिरासत में लेकर डंपर को कब्जे में ले लिया. परिजनों से तहरीर मिलने पर अभियोग पंजीकृत किया जाएगा.
झींझक में लोडर ने मां-बेटे को कुचला, दोनों की मौत: मंगलपुर थाना क्षेत्र में किशौरा गांव के पास सड़क किनारे बैठे मां-बेटे को लोडर ने रौंद दिया. बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया. घटना से आक्रोशित लोगों ने झींझक- रसूलाबाद मार्ग पर ट्रैफिक जाम कर हंगामा कर दिया. करीब 6 घंटे की मशक्कत और एएसपी-एसडीएम के कार्रवाई के आश्वासन के बाद जाकर ग्रामीण सड़क से हटे.
महाराजपुर के18 वर्षीय हेमन्त ऊर्फ लालू वर्तमान में झींझक-रसूलाबाद मार्ग पर महाराजपुर मोड़ के पास मकान बनाकर मां नीलम देवी और छोटी बहन नैनसी के साथ निवास कर रहा था. सुबह हेमन्त मां और बहन के साथ टहलकर घर लौटे. मां-बेटे सड़क किनारे घर की ओर मुंह करके बैठ गए. तभी लोडर ने दोनों को टक्कर मार दी. हेमंत की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां गंभीर घायल हो गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को सीएचसी रसूलाबाद भेजा. वहां मौजूद डॉक्टर ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया, रास्ते में उनकी भी मौत हो गई. हादसे से आक्रोशित लोगों ने रसूलाबाद-झींझक मार्ग पर जाम लगाकर हंगामा शुरू कर दिया. एएसपी राजेश पांडेय और एसडीएम डेरापुर ने लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया. काफी देर बाद जाकर ग्रामीण शांत हुए.