भगवान राम ने यहीं किया था पिता का पिंडदान, पितृविसर्जन अमावस्या पर लगा लाखों का जमावड़ा

Update: 2022-09-25 16:19 GMT

मान्यता है कि वनवास काल के दौरान भगवान राम ने पिता दशरथ का पिंडदान चित्रकूट में किया था। इस परंपरा का निर्वाह अभी तक श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा है। इसी के तहत रविवार को पितृविसर्जनी अमावस्या पर तीर्थक्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।

तीर्थक्षेत्र में अमावस्या पर दो दिन पूर्व से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। रविवार को श्रद्धालुओं ने रामघाट में मंदाकिनी स्नान के बाद पिंडदान कर राघव प्रयाग घाट पर पितरों का तर्पण किया। इसके बाद भगवान मत्यगजेंद्र नाथ का जलाभिषेक करने के बाद कामदगिरि की परिक्रमा की। धर्मनगरी चित्रकूट में पितृ विसर्जनी अमावस्या का विशेष महत्व है।

मान्यता है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम को जब यहां वनवास के दौरान पिता दशरथ के स्वर्गवास का समाचार मिला था तो मंदाकिनी के तट पर श्राद्ध व पिंडदान किया था।

न्यूज़ क्रेडिट : amritvichar

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