दधिकांदो मेला मार्ग पर ढीले तार किए जाएंगे ठीक
तहसील में जमकर हंगामा, तालाबंदी
इलाहाबाद: दधिकांदो मेला को लेकर डीएम संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में संगम सभागार में बैठक हुई. मेला कमेटी के सदस्यों ने झांकियों के निकलने वाले मार्ग पर बिजली के ढीले और जर्जर तारों को सही करने की मांग रखी. साथ ही मेला मार्ग की सफाई कराने को कहा. डीएम ने बैठक में मौजूद बिजली विभाग के अधिकारियों को तारों को तत्काल सही करने के निर्देश दिए. अपर नगर मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को मेला क्षेत्रों के भ्रमण करने को कहा. सीएमओ से कहा कि मेला वाले स्थानों पर एंबुलेंस और डॉक्टरों की टीम तैनात की जाए.
डीएम ने नगर निगम से मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, एंटीलार्वा का छिड़काव, फॉगिंग, पीने के पानी और स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था बेहतर करने को कहा. समितियों को निर्देश दिया गया कि स्वंय सेवकों की सूची उपलब्ध कराएं. मेले में असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती करने और वीडियोग्राफी कराने के लिए कहा. दधिकांदो मेला 16 सितंबर से शुरू होगा और 29 सितंबर को खत्म होगा. इस बीच छह मेले लगेंगे. बैठक में प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, अखिलेश शुक्ल, पंकज निषाद, कंचन शुक्ल, नवीन शुक्ल, राजू शुक्ल, शनि आदर्श शुक्ल, अंकज निषाद मौजूद रहे.
तहसील में जमकर हंगामा, तालाबंदी
संपूर्ण समाधान दिवस के मौके पर सदर तहसील में जमकर हंगामा हुआ. हापुड़ की घटना का विरोध दर्ज कराते हुए अधिवक्ताओं ने तहसील हाल में ही धरना दिया और समाधान दिवस की कार्यवाही को स्थगित करा दिया. इसके बाद अधिवक्ताओं ने पूरी तहसील बंद कराने की बात कही. जनसुनवाई करने पहुंचे अफसर मौके से वापस हो गए.
सदर तहसील में जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री को सुनवाई करनी थी. बताया जा रहा है कि सुबह 11 बजे तक कोई नहीं आया था. हापुड़ कांड का विरोध कर रहे अधिवक्ता इससे भी नाराज थे. हालांकि डीएम को विधान परिषद की समिति की बैठक में जाना था. इसीलिए मौके पर सीडीओ गौरव कुमार पहुंचे. सीडीओ भी कुछ देर में प्रमुख सचिव परिवहन के कार्यक्रम के कारण वहां से चले गए. अभी नौ आवेदन आए थे कि अधिवक्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया. कक्ष में धरना दिया और सदर तहसील में तालाबंदी कर दी. अफसरों ने संपूर्ण समाधान दिवस की कार्यवाही तो स्थगित कर दी, पर तहसील में तालाबंदी से मना किया. एसडीएम सदर अभिषेक सिंह का कहना है कि तहसील पूरे दिन खुली थी. लगभग 40 फरियादी आए थे.