प्रयागराज के शंकरगढ़ डिस्टलरी में मक्के से बनेगी मदिरा

निर्माणाधीन डिस्टलरी इस साल सितंबर तक चालू होने की संभावना है

Update: 2024-03-07 06:18 GMT

इलाहाबाद: प्रयागराज के शंकरगढ़ में निर्माणाधीन डिस्टलरी में मक्के की भी शराब बनेगी. मदिरा बनाने के लिए मेसर्स महाकौशल एग्री कॉर्प इंडिया प्राइवेट लिमिटेड किसानों से मक्का खरीदेगा. निर्माणाधीन डिस्टलरी इस साल सितंबर तक चालू होने की संभावना है.

मदिरा बनाने के लिए मक्का प्रदेश और देश के अलग-अलग हिस्सों से आयात किया जाएगा. इसके साथ ही प्रयागराज और आसपास के जिलों के किसानों से भी मक्का खरीद की योजना है. कंपनी किसानों को मक्के खेती के लिए प्रोत्साहित करेगी. डिस्टलरी को मक्का बेचने वाले किसानों की मोटी कमाई होगी.

डिस्टलरी का निर्माण कर रही कंपनी के प्रबंध निदेशक राकेश जायसवाल ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान को बताया कि सरकार ज्वार, बाजरा, मक्का आदि की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है. प्रयागराज और आसपास के जिलों में दशकों पहले मक्के की खेती होती थी. यहां के किसानों को मक्के की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. प्रबंध निदेशक के अनुसार वर्तमान में मक्के से सिर्फ पंजाब में मदिरा बनाई जा रही है.

किसान पराली बेचकर भी कर सकेंगे कमाई: प्रयागराज और आसपास के जिलों के किसान पराली बेचकर भी कमाई कर सकेंगे. शंकरगढ़ में स्थापित हो रही डिस्टलरी का ब्वायलर को चलाने के लिए पराली का उपयोग किया जाएगा. शंकरगढ़ में इकाई लगा रही कंपनी के प्रबंध निदेशक राकेश जायसवाल ने बताया कि पराली का किसानों के पास कोई उपयोग नहीं होने से इसे खेतों में जलाया जाता है. इससे प्रदूषण बढ़ता है. डिस्टलरी का ब्वायलर चलाने के लिए कोयला के साथ पराली का भी इस्तेमाल किया जाएगा. यहां के किसानों के लिए पराली भी आय का संसाधन बनेगा.

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