आगरा शहर में बड़े पैमाने पर लाइटें बंद पड़ी

ताज के पीछे 1 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें बंद

Update: 2024-03-14 06:39 GMT

आगरा: नगर निगम के अधिकारी शहर में तितली लाइटें लगाने में लगे हैं लेकिन स्ट्रीट लाइटों की ओर ध्यान नहीं है. शहर में बड़े पैमाने पर लाइटें बंद पड़ी हैं. हालात यह है कि पर्यटन क्षेत्रों में भी अंधेरा रहता है. ताजमहल के पीछे महताब बाग की ओर करीब 1081 लाइटें बंद पड़ी हैं. पार्षद ने शोरशराबा किया तो पिछले दिनों करीब 25 लाइटों की मरम्मत की है. ये हाल तब हैं जब आए दिन शहर में वीआईपी मूवमेंट रहता है.

महताब बाग, कछपुरा, मोती महल आदि क्षेत्रों में विश्व बैंक की मदद से चलाई गई प्रो पूअर टूरिज्म योजना के तहत आगरा विकास प्राधिकरण वहां विकास कार्य किए थे. एक हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगाई गई थी. विकास प्राधिकरण ने तो 25 जून 2022 को इन लाइटों को नगर निगम के हैंडओवर करके पल्ला झाड़ लिया है लेकिन नगर निगम अब इनका रखरखाव नहीं कर रहा है. हालात यह है कि लगभग सभी लाइटें बंद पड़ी हैं. कछपुरा और आसपास की करीब 10 हजार की आबादी अंधेरे में हैं.

क्षेत्र की पार्षद इमराना अब्बास ने नगर निगम के अधिकारियों को लगातार पत्र लिखे और उनसे मिलकर समस्या रखी तब जाकर करीब 25 लाइटों की मरम्मत हुई है.

समस्या के बारे में पता चला था. कुछ लाइटों को दुरुस्त करा दिया गया है. साथ ही विद्युत विभाग के अधिकारियों को लाइटों को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए हैं. सुरेंद्र यादव, अपर नगर आयुक्त

तिरंगा लाइट खराब तितली लाइट भी बंद

शहर केवल स्ट्रीट लाइटें ही बंद नहीं हैं. आवास विकास में सभी तिरंगा लाइटें बंद पड़ी हैं. एमजी रोड पर कुछ खंभों पर तिरंगा लाइट जलती है तो कुछ खंभों पर बंद रहती है. नगर निगम ने हाल ही में हरीपर्वत से मदिया कटरा होते हुए कैलाशपुरी रोड पर तितली लाइट और यमुना किनारा पर त्रिशूल लाइटें लगाई हैं. एक लाइट पर करीब 14 हजार रुपये खर्च किए हैं लेकिन लगाने के कुछ ही दिन बाद ये लाइटें भी दम तोड़ने लगी हैं.

देर रात में भी घूमने के लिए आते हैं पर्यटक

महताब बाग के चलते यहां पर्यटकों का आवागमन रहता है. ताज व्यू प्वाइंट बनाया तब से रात में भी पर्यटकों का आवागमन होता है. आंबेडकर पुल से उतरने के बाद मोती महल गांव में होकर वहां पहुंचते हैं. मोती के महल के बाद ही सड़क अंधेरा रहता है. ऐसे में कभी किसी पर्यटक साथ हादसा हो सकता है. 11 सीढ़ी पार्क को भी सैलानी देखने के लिए आते हैं. यहां आयोजन भी होते रहते हैं.

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