उत्तरप्रदेश: बागपत के बड़ागांव में स्थित विश्व विख्यात त्रिलोक तीर्थधाम जैन समाज का विख्यात और पूजनीय स्थान है. त्रिलोक तीर्थधाम में स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश-विदेश से भी लोग आकर यहां जैन समाज का इतिहास जानते हैं और जैन समाज के लोग पूजा पाठ करते हैं. 1998 में त्रिलोक तीर्थधाम की आधारशिला रखी गई थी. यह मंदिर करीब जमीन से 200 फीट ऊपर और जमीन के 100 फीट नीचे है. इसकी प्रॉपर लंबाई 300 फिट है, इसमें 17 मंजिल बनी हुई है. आने-जाने के लिए लिफ्ट भी लगी हुई है. मंदिर के ऊंचाई भाग पर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की 31 फीट ऊंची प्रतिमा विराजमान है.
जैन समाज का बड़ा तीर्थ स्थल है, यह विश्व विख्यात मंदिर जिसमें स्कूल, औषधालय, भोजनालय व अन्य चीजें भी बनी हैं. इस मंदिर में अब जैन समाज का इतिहास भी प्रदर्शित किया जाता है. यहां लाइट और साउंड शो की भी स्थापना है, जो मंदिर की दीवारों पर जैन समाज के इतिहास को प्रस्तुत करता है. लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से जैन समाज का इतिहास दर्शाया जाता है, और लोग इसके माध्यम से जैन समाज के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं.
रात्रि में करीब 8:00 बजे के समय लाइट एंड साउंड शो आयोजित होता है, जिसे हजारों लोग देखने आते हैं. प्रतिदिन यहां म्यूजियम शो भी होता है. त्रिलोक तीर्थधाम के मैनेजर त्रिलोक चंद्र जैन ने बताया कि लाइट एंड साउंड शो के दर्शन के लिए न केवल स्थानीय श्रद्धालु, बल्कि देश-विदेश से भी लोग आते हैं. प्रतिदिन इस धाम पर लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है, जिससे जैन समाज के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त हो सकती है. इस पावन धाम में विद्यालय, औषधालय, भोजनालय, और अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं.
यहां के मंदिर के साथ-साथ त्रिलोक तीर्थ धाम पर पिकनिक स्पॉट भी है, जहां बच्चों के खेलने से लेकर घूमने तक के लिए मैदान और अन्य सुविधाएं मौजूद हैं. त्रिलोक तीर्थ धाम के सुरक्षा के लिए एक चौकी भी स्थापित की गई है, ताकि सुरक्षा व्यवस्था बनाए रह सके. इसके साथ ही, त्रिलोक तीर्थ धाम में कमरों की निगरानी भी देखभाल की जाती है. य
हां चप्पे-चप्पे पर कैमरे लगे हैं, जिनसे किसी भी अनुचित गतिविधि की पहचान हो सके. इस मंदिर में फिल्मी जगत से लेकर राजनेताओं तक कई प्रमुख व्यक्तियां आकर आशीर्वाद प्राप्त कर चुकी हैं, और यहां के स्थानीय नेताओं का यहां आना आम बात है, जो इस सामाजिक स्थल को नियमित रूप से प्राथमिकता देते हैं.