स्मार्ट सिटी के बजट से विकास भवन में लिफ्ट, स्मार्ट जोन में दफ्तर फिर भी नहीं ली सुधि
इलाहाबाद न्यूज़: प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मिशन मैनेजर संजीव सिन्हा और मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार की इस संबंध में बैठक प्रस्तावित है. लिफ्ट कैसे और कहां लगाई जा सकती है, कितना खर्च होगा, इस बारे में चर्चा कर अफसर निर्णय लेंगे.
इसके बाद मंडलायुक्त ने प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मिशन मैनेजर को मु्ख्य विकास अधिकारी के साथ वार्ता करने का निर्देश दिया. मुख्य विकास अधिकारी और मिशन मैनेजर की मीटिंग में विकास भवन में लिफ्ट लगाने पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है. मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि मीटिंग में लिफ्ट लगाने के खर्च पर विस्तार से चर्चा होगी.
स्मार्ट जोन में दफ्तर फिर भी नहीं ली सुधि
विकास भवन शहर के उस हिस्से में है, जहां स्मार्ट सिटी के तहत सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. एरिया बेस्ड डेवलपमेंट के तहत इस क्षेत्र को प्रयागराज स्मार्ट सिटी लिमिटेड स्मार्ट सुविधाएं मुहैया करा रहा है. शहर के बाकी हिस्से में पैन सिटी के तहत कंपनी विकास कार्य कर रही है. स्मार्ट सिटी बनाने वाली कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि एबीडी एरिया के अधीन लिफ्ट पहले ही लग जानी चाहिए थी.
32 साल में नहीं लगी लिफ्ट
विकास भवन का निर्माण 1991 में हुआ था. तब से इस सरकारी भवन में लिफ्ट नहीं लगी. जबकि भवन में लिफ्ट लगाने की जगह है. भवन के निर्माण के 32 साल बाद भी यहां कार्यरत अफसर, कर्मचारी और फरियादी सीढ़ियों से आवागमन करते हैं. भवन में 75 सीढ़ियां हैं.