एंटी लार्वा दवा का छिड़काव और फॉगिंग करने के लिए दस फीसदी से भी कम संसाधन उपलब्ध

मच्छरों से जंग के लिए यहां पर्याप्त इंतजाम तक नहीं

Update: 2024-05-29 10:48 GMT

मुरादाबाद: डेंगू के मच्छरों को मारने के लिए एंटी लार्वा दवा का छिड़काव और फॉगिंग करने के लिए जितने संसाधनों की जरूरत है उनके सापेक्ष मुरादाबाद में दस फीसदी से भी कम संसाधन उपलब्ध होने की बात उजागर हो गई है.

एंटी लार्वा दवा के छिड़काव और फागिंग के लिए यहां टीमों के पास सिर्फ दस मोटर साइकिलें उपलब्ध हैं. जबकि, गाजियाबाद में इसके लिए सौ से ज्यादा मोटरसाइकिलें उपलब्ध हैं. गाजियाबाद का क्षेत्रफल मुरादाबाद की तुलना में काफी कम होने के बावजूद मुरादाबाद में प्रथमदृष्टया संसाधनों की उपलब्धता महज दस फीसदी होने की बात सामने आई है. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर कुलदीप सिंह, डिस्ट्रिक्ट एपिडेमोलियोलॉजिस्ट अजीजुर्रहीम, जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर पीएन यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए सफाई दी कि मुरादाबाद शहर में डेंगू के निरोधात्मक उपायों जैसे एंटी लार्वा दवा के छिड़काव और फॉगिंग के बंदोबस्त का जिम्मा नगर निगम पर है. पिछले साल डेंगू का जैसा प्रकोप था वैसी स्थिति दोबारा नहीं होने देने के लिए नगर निगम को समय रहते संसाधनों की समुचित व्यवस्था कर लेने की आवश्यकता से अवगत करा दिया गया है.

मशीन आई पर अभी नहीं चढ़ सकेगा जंबो पैक: डेंगू से पीड़ित मरीजों को एक साथ अच्छी मात्रा में प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए जंबो पैक का प्रयोग और उपयोगिता बढ़ रही है. सरकारी अस्पताल में अभी तक, इसकी सुविधा नहीं थी. अब अस्पताल में जंबो पैक का उपकरण उपलब्ध हो गया है. इसे ब्लड बैंक में स्थापित भी कर दिया गया है, लेकिन अभी किसी मरीज को जरूरत पड़ने पर जंबो पैक से प्लेटलेट्स नहीं चढ़ाई जा सकेंगी. जिला अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जंबो पैक के इस्तेमाल को लेकर अभी शासन की तरफ से कोई गाइड लाइन प्राप्त नहीं हुई है. जंबो पैक वह तकनीक है जिसमें डोनर का पूरा खून निकाला जाता है और फिर उसमें से प्लेटलेट्स अलग करके खून वापस उसके शरीर में पहुंचा दिया जाता है.

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