भूमाफिया ने उपनिबंधक से मिलीभगत कर अवैध प्लॉटों की रजिस्ट्री कराई

इस मामले में निवेशकों ने छह नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ सेक्टर ईकोटेक-3 थाने में केस दर्ज कराया

Update: 2024-04-24 08:00 GMT

नोएडा: भूमाफिया ने तहसील के उपनिबंधक की मिलीभगत से हिंडन नदी के डूब क्षेत्र के अवैध प्लॉटों की रजिस्ट्री कर दी. इस मामले में निवेशकों ने छह नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ सेक्टर ईकोटेक-3 थाने में केस दर्ज कराया है. इनमें भूमाफिया, उपनिबंधक और अधिवक्ता भी शामिल है.

सेक्टर ईकोटेक-3 कोतवाली प्रभारी के मुताबिक निशा रानी, ललिता देवी, रामजी सिंह, मीना देवी, प्रमिला कुमारी, राम कैलाश सिंह और अवधेश कुमार को करीब दस वर्ष पहले पता चला कि जलपुरा गांव की जमीन पर अक्षरधाम पार्ट-2 के नाम से कॉलोनी बसाई जा रही है. सभी ने कॉलोनी में प्लाटिंग करने वाले श्याम चरण मिश्रा से संपर्क किया. उसने सभी को सस्ती दरों पर प्लॉट मुहैया कराने का झांसा दिया.

पीड़ितों ने कॉलोनी में अपने प्लॉट बुक कर दिए और इसके लिए भुगतान कर दिया. इसके बाद सभी निवेशकों को दादरी तहसील में रजिस्ट्री के लिए बुलाया गया. निवेशकों के पक्ष में अधिवक्ता संदीप शर्मा द्वारा बैनामा कर दिया गया. इसके बाद पीड़ितों से कहा गया कि वह उनके प्लॉट पर चारदीवारी और मिट्टी का भराव करके देंगे. इसके लिए उनसे दो-दो लाख रुपये लिए गए. करीब डेढ़ साल बाद पीड़ित निवेशक अपने प्लॉट देखने पहुंचे तो वहां खाली जमीन थी. पीड़ितों ने बताया कि वहां उन्हें दो लोग मिले, जिन्होंने खुद को जमीन का मालिक बताया. उन्होंने कहा कि श्याम चरण मिश्रा द्वारा उन्हें जमीन का पूरा भुगतान नहीं दिया गया है. इसकी शिकायत लेकर पीड़ित दादरी तहसील पहुंचे और एसडीएम से भी मुलाकात की.

एसडीएम ने बताया कि जलपुरा का खसरा संख्या 585 डूब क्षेत्र का भाग है, जिसकी रजिस्ट्री पर रोक लगी है. पुलिस ने पीड़ित निवेशकों की शिकायत पर श्यामा चरण मिश्रा, जगदेव गिरी, प्रमोद गिरी, मुकेश मिश्रा, संदीप शर्मा, तहसील के तत्कालीन उपनिबंधक ओपी सिंह समेत अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है.

पीड़ितों के मुताबिक इस गिरोह ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा में सस्ती दरों पर प्लॉट दिलाने के नाम पर 100 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी की है. ठगी में तत्कालीन उपनिबंधकों ने आरोपियों का पूरा साथ दिया और फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराई.

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