गाजियाबाद: जिला एमएमजी अस्पताल में अचानक उस वक्त अफरातफरी का माहौल हो गया। जब अस्पताल की लैब के अंदर लेंटर का कुछ हिस्सा भरभरा कर नीचे आ गिरा और इस दौरान लेंटर में काम कर रहा कर्मचारी भी घायल हो गया। जैसे ही इसकी जानकारी अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को मिली तो भगदड़ मच गई और आनन-फानन में राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। गनीमत रही कि यह लेंटर शाम के वक्त गिरा। उस वक्त केवल एक कर्मचारी ही लैब में मौजूद था। यदि यह लेंटर दिन के वक्त गिरा होता तो इस हादसे में कई अन्य कर्मचारी भी घायल हो सकते थे। हालांकि मौके पर पहुंचे अस्पताल के अन्य कर्मचारियों ने आनन-फानन में वहां रखी मशीनों को हटाया और घायल कर्मचारी को उपचार के लिए भर्ती किया गया। बताया जा रहा है जिस इमारत में यह लैब मौजूद है। वह इमारत करीब 1947 की यानी पुरानी बनी हुई है। जिसके कारण जगह-जगह से इसका लेंटर क्षतिग्रस्त हो रहा है।
लैब के इंचार्ज मुकेश चौधरी ने बताया कि लैब के अंदर का लेंटर का प्लास्टर अचानक ही भरभरा कर नीचे आ गिरा। जिसका मलबा लैब में रखी मशीनों पर भी गिर गया हालांकि मशीन क्षतिग्रस्त होने से बच गई। लेकिन लैब में मौजूद एक टेक्नीशियन को चोट आई। उन्होंने बताया कि अस्पताल की ईमारत 60 साल से ज्यादा की बनी हुई है और इसके अलावा जर्जर हालत में आए दिन कहीं ना कहीं से लेंटर का प्लास्टर गिर जाता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल लैब को अन्य कमरे में स्थापित किया जा रहा है और इसकी जानकारी शासन को दे दी गई है।