केजीएमयू के डाक्टरों ने लेप्रोस्कोपिक तकनीकि से किया सफल आपरेशन

बड़ी खबर

Update: 2023-02-03 09:45 GMT
लखनऊ। केजीएमयू के डाक्टरों ने गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज का सफल आपरेशन कर नया जीवन प्रदान किया। बता दें कि बाराबंकी निवासी आशाराम जो सात साल के बेटे अंश जो जन्म से पेट दर्द और उल्टी से परेशान था। उन्होंने कई निजी हॉस्पिटल में सलाह ली,फिर भी मरीज की हालत में सुधार न होेने पर वह बाल शल्य चिकित्सा विभाग के प्रो. हेड डॉक्टर जेडी रावत बाल शल्य चिकित्सा विभाग की ओपीडी में दिखाया। जिसमें जांच के बाद पता चला कि मरीज को कोलेडोकल सिस्ट नामक बीमारी से ग्रसित है जो कि एक जन्मजात विकृति है। ज्ञात हो कि यह बीमारी पित्त कि नली विकृत हो जाती है और एक ट्यूब के बजाय थैली बन जाती है। आमतौर पर इस रोग का ऑपरेशन पेट में एक बड़ा चीरा लगाकर किया जाता है।
वहीं प्रो.जेडी रावत एवं टीम ने सक्रियता से लैप्रोस्कोपिक तकनीक से सर्जरी करने की योजना बनाई। 25 जनवरी को लेप्रोस्कोपिक तकनीक से मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया। लेप्रोस्कोप और उपकरणों को लगाने के लिए पेट में बड़ा चीरा लगाने के बजाय सिर्फ चार छोटे छेद किया गया। इस विधि से पोस्ट ऑपरेटिव अवधि में रोगी को ओपन सर्जरी की तुलना में कम दर्द और परेशानी होती है। रोगी को छह दिनों के बाद संतोषजनक स्थिति में छुट्टी दे दी गयी। ऑपरेटिव टीम में सदस्य डॉ सुधीर सिंह, डॉ पीयूष कुमार और डॉ निरपेक्ष त्यागी थे। डॉ. जीपी सिंह, डॉ सतीश वर्मा और उनके रेजिडेंट्स द्वारा इतनी लंबी सर्जरी के लिए एनेस्थीसिया टीम ने सहयोग रहा। नर्सिंग स्टाफ में वंदना, अंजू,संजय ने अपना सहयोग प्रदान किया।
Tags:    

Similar News

-->