वाराणसी: पूर्वांचल में मंगलवार को हुई बारिश से काशीवासियों को गर्मी से राहत मिली है. वहीं, काशी विश्वनाथ धाम में गिरी आकाशीय बिजली से मंदिर का एक हिस्सा हुआ क्षतिग्रस्त हो गया. काशीविश्वनाथ धाम के एक मंदिर पर बिजली गिरने से मंदिर के शिखर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया.भारत माता की मूर्ति के करीब मंधातेश्वर मंदिर के चार शिखरों में से एक शिखर का ऊपरी हिस्सा बिजली गिरने से टूट गया है.
पूर्वांचल में जमकर हुई बारिश
मौसम विभाग ने पूर्वांचल में पहले ही तीन दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताया था, जिसके अनुरूप आज पूर्वांचल के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई. सात दिन बाद हुई बारिश ने मानसूनी सक्रियता के भी संकेत दिए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में मानसूनी सक्रियता के बीच बादल जमकर बरसेंगे. मानसून इस बार तय समय से करीब सात दिन से अधिक लेट चल रहा है. ऐसे में मंगलवार की दोपहर बाद शुरू हुई बरसात लोगों को राहत दी है.
मौसम विभाग के मुताबिक, मानसूनी सक्रियता को मंगलवार के आसपास शुरू होना था. ऐसे में यह बारिश मानसूनी संकेत भी लेकर आई है. झमाझम बरसे बादलों ने मानसूनी सक्रियता का भी संकेत दिया है. अब मौसम बादलों और मानसून के अनुकूल हो चुका है. ऐसे में मानसूनी बादलों की आवाजाही का दौर लोगों को राहत देता नजर आ रहा है. माना जा रहा है कि अब जल्द ही प्रदेश में पूर्वांचल के कई जिलों में झमाझम बरसात होगी और गरमी से लोगों को राहत मिलेगी.
29 जिलों में भारी बारिश के आसार
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, मानसून कमजोर पड़ा है और बंगाल की खाड़ी व अरब सागर में अनुकूल परिस्थितियां न बनने से सोनभद्र के पास ही ठहरा है. फिलहाल इसके आगे बढ़ने के संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. आंधी के साथ 29 जिलों में भारी बारिश के आसार है.