Kasganj : गंगा नदी का बढ़ा जलस्तर , फिर ग्रामीण में बढ़ी दहशत

Update: 2024-07-08 14:17 GMT
Kasganj कासगंज । पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बारिश का असर गंगा नदी में देखने को मिल रहा है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं अब कटान भी शुरू हो गया है। गांव बरौना में गंगा किनारे कटान को रोकने के पिछले वर्ष बनाए गए बांध के स्टड से बालू भरी बोरी गंगा में समा गईं।
पहले ही कटान में स्टड की इस स्थिति को देख ग्रामीणों में सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर जलस्तर में ऐसे ही बढ़ोतरी हुई तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि सिंचाई विभाग की ओर से मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया गया है।
पटियाली तहसील क्षेत्र के तटवर्ती गांव बरौना के ग्रामीण पिछली बार गंगा में आई बाढ़ के हालातों को भूल भी नहीं पाए थे कि इस साल गंगा ने फिर से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। प्रशासन द्वारा कटान रोकने के लिए बनाए गए बांध का स्टड संख्या-19 में लगी बोरियां गंगा में समा गईं। जिसे सिंचाई विभाग के अधिकारियों की ओर से दुरुस्त कराए जाने का कार्य तेजी से शुरू करा दिया गया है। कादरगंज घाट पर भी गंगा का पानी नवनिर्मित बांध से टक्कर मार रहा है। वहीं अचानक जलस्तर बढ़ने से तहसील प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
गंगा ने बढ़ाई बरौना के ग्रामीणों की चिंता
पटियाली तहसील क्षेत्र के गांव बरौना में पिछली वर्ष गंगा नदी से आई बाढ़ ने जमकर कहर मचाया था। ग्रामीणों की सैकड़ों बीघा फसल बाढ़ में समा गई। क्षेत्र की सड़कें पानी में कटकर बर्बाद हो गईं। ग्रामीणों के मकान गंगा में समा गया और गांव तक पानी पहुंच गया। इस दौरान प्रशासन ने बाढ़ को रोकने के लिए अनेक प्रयास किए थे, लेकिन इस बार भी गंगा में जलस्तर बढ़ने से फिर से गंगा ने कटान शुरू कर दिया है। जिससे ग्रामीण काफी चिंतित नजर आ रहे हैं।
सीएम योगी ने किया था गांव का दौरा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा में बाढ़ आने के बाद गांव बरौना का निरीक्षण किया था। उन्होंने जहां एक ओर गंगा से क्षति होने वाले किसानों को मुआवजा दिलाया, वहीं कटान रोकने के लिए जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए थे। उन्होंने गांव में कटान न हो, इसके लिए बेहतर बांध और स्टड बनाने के निर्देश दिए थे, ताकि क्षेत्र में पिछली वर्ष की तरह इस बार भी बाढ़ का सामना न करना पड़े।
कटरी क्षेत्र के गांवों में तैनात लेखपालों को निगरानी रखने और बाढ़ से बचाव की तैयारियां करने को कहा गया है। जलस्तर बढ़ने से हुए कटान के कारण बरौना पर बने पुराने बांध के स्टड संख्या-19 की बोरिया गंगा में समा गईं हैं। बांध की मरम्मत का कार्य जारी है।
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