कानपूर न्यूज़: नोएडा के डॉक्टर से मारपीट मामले में एफआईआर के बाद जांच कर रही पुलिस रात में करौली बाबा के बयान दर्ज कर सकी. विवेचक अरविंद सिंह को रात में वरिष्ठ अधिकारियों ने फिर से लवकुश आश्रम पूछताछ के लिए भेजा. इस बार विवेचक ने बाबा से पूछताछ की,जिसमें उन्होंने घटना को गलत ठहराया. वहीं, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की जो नहीं दिए गए.
दोपहर में विवेचक आश्रम में पूछताछ करने पहुंचे मगर बाबा से मुलाकात नहीं हो सकी. न ही सीसीटीवी कैमरे के फुटेज हाथ लगे. विवेचक आश्रम से खानापूरी करके लौट आए. उसके बाद अधिकारियों को बाबा के बयान दर्ज करने की झूठी सूचना भी दे दी. शाम को अधिकारियों के पास सूचना पहुंची कि करौली बाबा के बयान दर्ज नहीं हो सके हैं. तब डीसीपी साउथ ने दोबारा विवेचक को रात में ही आश्रम जाने के निर्देश दिए. रात में विवेचक फिर से आश्रम पहुंचे और इस बार वह करौली बाबा से पूछताछ करने में सफल रहे.
बाबा बोले-आप बताओ मैं कहां मारपीट में शामिल पुलिस पूछताछ में करौली बाबा ने कहा कि न उनकी डॉक्टर से झड़प हुई न गाली-गलौज और मारपीट. डॉक्टर उन्हें थैंक्यू कहकर चले गए थे. फिर अचानक ऐसा क्यों हुआ, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं. विवेचक ने वायरल वीडियो को लेकर सवाल जवाब किए तो करौली बाबा ने कहा कि उन्हें वीडियो के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं.
कैमरा बैकअप का पेच फंसा एसओ बिधनू योगेश सिंह ने बताया कि आश्रम से सीसीटीवी फुटेज लेने के प्रयास जारी हैं. वहां 14 दिन का बैकअप ही कैमरे में है और घटना 22 फरवरी की है. इस कारण फुटेज लेने में दिक्कत आ रही है लेकिन सवाल यह भी है कि अगर बैकअप नहीं है तो 22 फरवरी की घटना के फुटेज का एक हिस्सा बाबा ने अपनी सफाई में कैसे जारी कर दिया? फुटेज आश्रम में मौजूद है तो पुलिस को क्यों नहीं मिला.
एक सप्ताह बाद कानपुर आएंगे डॉक्टर पुलिस ने वादी डॉ. सिद्धार्थ से फोन पर बात की. कहा कि वह एक सप्ताह बाद बयान दर्ज कराएंगे.