Kanpur: रेलवे को ई-टिकट का गोरखधंधा कर लगा रहा था चपत
पर्सनल आईडी से ई टिकट बनाकर कालाबाजारी करता था
कानपूर: कोंच में इंटरनेट कैफे पर छापा मार कर पकडे़ गए ई-टिकट का गोरखधंधा करने वाले दलाल की परतें खुलती जा रही है. वह दो से तीन साल से यह काम कर रहा था. उसके लिए उसने नौ अलग अलग पर्सनल आईडी बना रखी थी और उसी से ई टिकट बनाकर कालाबाजारी करता था. हर एक टिकट पर लोगों से चार से पांच सौ रुपये ऐंठा करता था. जिससे भी मनमुताबिक पैसा नहीं मिलता था, उसके टिकट नहीं बनाए जाते हैं. आसपास के लोगों की मानें तो वह ई टिकट के लिए नाते रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ता था. आरपीएफ इंस्पेक्टर अभिषेक यादव ने बताया कि ई टिकट के नाम टिकटों को ब्लैक करने वालों पर कार्रवाई जारी है.
कोंच के भगत सिंह चौराहे स्थित इंटरनेट कैफे पर छापा मारकर आरपीएफ ने बडे़ रेलवे ई टिकट के कारोबारी को पकड़ा है. आरपीएफ पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए है. पता चला है कि वह पिछले तीन सालों से यह काम कर रहा था. हर रोज वह ई टिकट बनाता था. उसके लिए प्रत्येक यात्री से चार से पांच सौ रुपये वसूला करता है. उसके लिए लोगों ने दो दिन पहले ही पैसा जमा करा लिया करता था, उसके बाद ही बुकिंग करता है. सुरक्षा कर्मियों की मानें तो ई टिकट के नाम पर हर रोज रेलवे को राजस्व की क्षति पहुंच रही है. हालांकि आरपीएफ काफी समय से उसकी तलाश कर रही थी. कई बार उसे पकड़ने के लिए फील्डिंग भी कराई, लेकिन ऐन वक्त पर वह बच निकला. इस बार आरपीएफ ने तगड़ी घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया है.
पूर्व सैनिकों की समस्याओं का करें निस्तारण: डीएम
जिला सैनिक बंधु की बैठक नवीन सभागार में हुई. अध्यक्षता जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने की.
बैठक में कमाण्डर महेश कुमार श्रीवास्तव (अप्रा) जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी ने पूर्व सैनिकों की ओर से डीएम का स्वागत किया. अधिकारी ने 24 जून 2024 में प्राप्त प्राथर्ना पत्रों के सम्बन्ध में बताकर 19 पूर्व सैनिकों ने समस्याओं के प्राथर्ना पत्र सौंपे. बताया कि प्लॉट की खरीद में 12 वर्ष पूर्व तक का अभिलेख जांच करने के उपरान्त ही प्लॉट खरीेदें. जिलाधिकारी ने भरोसा दिया कि उनकी समस्याओं का प्राथमिकता पर निदान होगा. उन्हें बार-बार परेशान नहीं होना पड़ेगा.