कानपुर हिंसा : आरोपियों को जेल से बाहर निकालने के लिए कानूनी सलाह ले रही पुलिस

Update: 2022-07-30 09:28 GMT

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जनता से रिश्ता वेबडेस्क : कानपुर हिंसा मामले में पुलिस ने जल्दबाजी में छह निर्दोषों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पीड़ितों के परिजनों की पैरवी और मजबूत सबूत के आगे पुलिस को आखिरकार झुकना पड़ा। अब जाकर पुलिस ने अपनी भूल स्वीकार की और इन बेगुनाहों को जेल से बाहर लाने की प्रक्रिया शुरू की। इन्हें बाहर लाने के लिए कोर्ट में 169 की रिपोर्ट लगाई जाएगी। रिपोर्ट कैसे लगाई जाए इस पर शुक्रवार को अफसरों ने सरकारी वकीलों से विधिक राय ली।तीन जून को नई सड़क इलाके में हुई हिंसा में अब तक 62 आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने जब गिरफ्तारियां शुरू कीं तो पीड़ितों के परिजनों ने बगैर कुसूर के पकड़े जाने का आरोप लगाया, इसके बाद भी पुलिस ने किसी की नहीं सुनी और जेल भेज दिया।जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तब पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा के निर्देश पर ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया। छह जून को कमेटी गठित होने के बाद से 28 जुलाई के बीच पांच बैठकें की गईं। इसमें जेल भेजे गए सभी आरोपितों की भूमिका को ठीक से समझा गया। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में जो सबूत और तथ्य पुलिस के सामने आए उसमें छह लोगों को चिह्नित किया गया जिन्हें गलत जेल भेज दिया गया।

source-hindustan


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