कानपुर पुलिस शर्म करो… मां से कहा- जब बेटी का रेप हो जाए तब तहरीर लेकर आना

Update: 2022-10-18 06:35 GMT

उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस एक बार फिर सुर्खियों में छाई हुई है. यहां एक थाना स्वरूप नगर एसएचओ पर पीड़िता ने आरोपियों के साथ मिलीभगत कर मामले को दबाने का आरोप लगा है. पीड़िता का आरोप है कि प्रॉपर्टी को लेकर आधा दर्जन लोगों ने घर में घुसकर उसके और उसकी नाबालिग बेटी संग अभद्रता की. तोड़फोड़ की. महिला ने जब अस्मत पर खतरा होने का हवाला देकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई तो उल्टा उसे ही धमकाया गया. पीड़िता का आरोप है कि एसएचओ से दबंगों पर कार्रवाई की मांग की तो उन्होंने कहा कि गुर्गों पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे. कि जब रेप हो जाए, तो तहरीर लेकर हमारे पास चली आना.' मजबूरन पीड़िता ने सोमवार को पुलिस आयुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है.

मामला स्वरूप नगर थाना क्षेत्र का है. यहां महिला पुश्तैनी मकान में बुजुर्ग माता-पिता और नाबालिग बेटी के साथ रहती हैं. आरोप है कि उनके चचेरे भाई ने लाजपत नगर में रहने वाले विजय कुमार अरोड़ा को फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया. इस साजिश में वेद प्रकाश यादव, विनोद कुमार, शिवशंकर पाठक भी शामिल रहे. मामले की जानकारी के बाद पीड़िता के पिता ने थाना स्वरूप नगर में मुकदमा दर्ज कराया. आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों से सांठ-गांठ कर विवेचना को तीन साल तक लंबित रखी है.

16 अक्टूबर को घर में घुसकर तोड़फोड़, गाली-गलौज

आरोप यह भी है कि मकान के फर्स्ट फ्लोर में जबरन कब्जा करा दिया गया. जिसके बाद पीड़ित पक्ष की तरफ से हाई कोर्ट में अपील की गई, इस मामले की कोर्ट से 29 नवंबर 2022 की तारीख यह कहते हुए दी कि तब तक विवाद में यथास्थिति रखी जाए. आरोप है कि 16 अक्टूबर की दोपहर विजय अरोड़ा, रोहित अरोड़ा, बच्चा सिंह उर्फ गुरूदयाल, मनोज समेत आधा दर्जन अज्ञात लोग जबरन घर में घुसकर गाली-गलौज की. जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता का यह भी आरोप है कि तीन कमरों के दरवाजे तोड़ते हुए अलमारी का ताला तोड़ दिया और चांदी-सोने का सामान चुरा लिया. विरोध पर पीड़िता के साथ मारपीट भी की.

जिंदा दफानाने की धमकी

पीड़िता का यह भी आरोप है कि विजय अरोड़ा ने धमकाया कि घर छोड़कर चली जा, वरना तेरे ऊपर हरिजन एक्ट का फर्जी मुकदमा लगवाकर जेल भिजवा देंगे. तेरे मां-बाप व बेटी को इसी मकान में जिंदा दफन करवा देंगे. किसी तरह इनके चंगुल से छूटकर पीड़िता ने डायल 112 में पुलिस को सूचना दी. पीड़िता संयुक्त पुलिस आयुक्त व पुलिस आयुक्त के सीयूजी नंबर पर भी सूचना दी गई.

'रेप हो जाएगा तो चली आना हमारे पास'

पीड़िता ने बताया कि थाना स्वरूप नगर एसएचओ धनंजय कुमार पांडेय उनके घर पहुंचे. आरोप है कि एसएचओ स्वरूप नगर ने उल्टा पीड़िता को ही धमकाया. पीड़िता के मुताबिक, एसएचओ धनंजय पांडेय ने कहा कि हम कोर्ट के आदेश को नहीं मानेंगे. तुम्हें जहां जाना हो जाओ, हम विजय अरोड़ा और उसके गुर्गों पर कोई कार्रवाई नहीं करेंगे. इसपर पीड़िता ने कहा कि आज दरवाजे टूटे हैं, कल को उनका और उनकी बेटी का रेप हो जाएगा, तो क्या होगा? आरोप है कि एसएचओ धनजंय पांडेय ने महिला से कहा कि जब रेप हो जाए, तो तहरीर लेकर हमारे पास चली आना.'इसके बाद पीड़िता ने पुलिस आयुक्त से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है, जिसपर पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए है

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