कानपुर। कथित बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को पुलिस तीन दिन की रिमांड मिलने के बाद अब जांच शुरू कर दी है। पुलिस उसे शनिवार देर रात हावड़ा लेकर पहुंची। कोलकाता से रिजवान का सम्बन्ध सामने आया है। क्योंकि जांच के दौरान जानकारी मिली है कि वह लम्बे समय तक कोलकाता में बिताया है। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वह मूलरूप से कोलकाता का निवासी है। देश आजाद होने के बाद बंटवारे के दौरान उसका परिवार बांग्लादेश में जाकर बस गया था। निरीक्षक सूर्य बली पांडेय के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम रिजवान मोहम्मद को लेकर हावड़ा गई है, जहां उसके कई रिश्तेदार व अन्य सगे सम्बन्धी रहते हैं। कोलकाता में पुलिस रिजवान के बच्चों के स्कूल भी जा सकती है, जहां के अंकपत्र व टीसी पुलिस को कानपुर स्थित उसके आवास से बरामद हुए थे। गौरतलब है कि संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने जानकारी दी थी कि जांच के दौरान सामने आया है कि रिजवान दो बार पाकिस्तान की भी यात्रा की है।
इसके अतिरिक्त उसने नेपाल, मलेशिया, मालदीव और थाईलैंड की भी यात्रा किया है। उसने इन देशों में लंबा समय भी बिताया है। पूछताछ में रिजवान ने खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बताया था। वहीं बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को भारतीय बताने का प्रमाण देने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को भी आरोपित बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि मूलगंज थाने की पुलिस ने 11 दिसंबर को बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को उसकी पत्नी हिना, ससुर खालिद, बेटी रुखसार और एक नाबालिग बेटे के साथ गिरफ्तार किया था। दो दिनों बाद पुलिस ने रिजवान के सबसे छोटे बेटे को भी गिरफ्तार कर पुलिस ने किशोर संरक्षण गृह भेजा है। पुलिस की जांच में सामने आया कि रिजवान चोरी छिपे वर्ष 2016 में कानपुर में रह रहा था। जानकारी यह भी मिली है कि रिजवान ने वर्ष 1998 में मूलगंज निवासी खालिद की बेटी हिना से दिल्ली में निकाह किया था और कोलकाता हुए चोरी चुपके सड़क मार्ग से पत्नी सहित बांग्लादेश चला गया। जहां उसके तीन बच्चों का जन्म होने के बाद पूरा परिवार वर्ष 2016 में पुन: बंगाल के रास्ते सीमा पार करके भारत पहुंचा और कानपुर आकर रहने लगा।