Kanpur: जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने मूंगफली की सरकारी खरीद पर लगाई रोक
"इस कार्रवाई के संबंध में उन्होंने बाकायदा दिशा निर्देश जारी किए"
कानपूर: सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों से वसूली और कारोबारियों की उपज तौलने के आरोपों से उपजी अव्यवस्था को ध्यान में रखकर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने जनपद में मूंगफली की सरकारी खरीद को रोक दिया है. इस कार्रवाई के संबंध में उन्होंने बाकायदा दिशा निर्देश जारी किए हैं.
खरीफ में बारिश के चलते उड़द बर्बाद होने के बाद किसानों को मूंगफली की बेहतर कीमत दिलाने के लिए राज्य सरकार ने इसकी खरीद को सरकारी क्रय केंद्र संचालित किए. किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न संस्थाओं के 33 खरीद केंद्र खोले गए. इन पर मूंगफली की तुलाई शुरू हो गयी. इन केंद्रों पर कारोबारियों की मूंगफली तौलने के साथ ही किसानों की उपज खरीदने से पहले एक हजार रुपये प्रतिकुंतल मांगे जाने लगे. किसान नेताओं ने आरोप लगाते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को जांच और कार्रवाई के लिए आंदोलन किया तथा ज्ञापन व शिकायती पत्र भी सौंपे. डीएम ने स्थितियों को गंभीरता से लिया और मंडी तथा क्रय केंद्रों में खरीदी जा चुकी मूंगफली से जनपद में इसकी बुआई और उत्पादन का मिलान किया. जिसमें पाया गया कि वर्ष 2023-24 में मूंगफली का अुमानित उत्पादन 18,315 मीट्रिक टन हुआ था. कृषि उत्पादन मंडी ललितपुर व महरौनी में अक्तूबर माह से अभी तक 22,175 मीट्रिक टन मूंगफली खरीदी जा चुकी है.
वहीं क्रय केंद्रों पर 4,495.91 मीट्रिक टन मूंगफली की तुलाई हो गयी है. इन आंकड़ों से साफ है कि जनपद में मूंगफली के उत्पादन से कहीं अधिक खरीद हो चुकी है.डीएम के मुताबिक जनपद की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के क्षेत्र से मूंगफली की आवक हो रही है. जिसको जनपद के कृषकों के नाम से विक्रय किया जा रहा है. कारोबारियों ने किसानों से नवंबर में ही सस्ते दामों पर मूंगफली खरीदी थी, जिसको अब किसानों के नाम पर बेचा जा रहा है. इसी के चलते किसान नेता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इन स्थितियों के मददेनजर डीएम ने खरीद बंद करने का निर्णय लेकर इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए. इससे प्रबंध निदेशक यूपी पीसीएफ व प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश सहकारी जूट एवं कृषि विकास संघ लखनऊ जेडेफ को भी उन्होंने अवगत कराया.
आवेदन के बाद होती तुलाई
सरकारी खरीद के लिए बाकायदा नियम बनाए गए हैं. जिसके तहत किसानों को आवेदन करना होगा और उपज के मुताबिक खसरा भी लगाना होगा. इसके बाद केंद्र पर उपज की तुलाई का दिन व समय मिलेगा. निर्धारित समय पर किसान को अपनी उपज लेकर केंद्र पहुंचना होगा. इस व्यवस्था के बावजूद कारोबारियों की मूंगफली तुलाई के दावों में दम प्रतीत नहीं होती है.
केंद्र पर ट्रैक्टर की कतारें
मूंगफली की खरीद बंद करने संबंधी डीएम के निर्देश जारी होने के बाद केंद्र संचालकों ने खरीद पर विराम लगा दिया. जिसकी वजह से केंद्र के बाहर दर्जनों की संख्या में मूंगफली भरे वाहन कतारबद्ध खड़े हो गए. मूंगफली लेकर केंद्र पहुंचे ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियोंसे कहा कि उनकी उपज सरकारी क्रय केंद्र पर बिकनी चाहिए. उन लोगों ने हाड़तोड़ मेहनत करके मूंगफली की अच्छी पैदावार प्राप्त की है.