तालाबों को शुद्ध जल के लिए रोल मॉडल बनेगा Kanpur Dehat

Update: 2024-08-09 04:41 GMT
 उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh : कानपुर देहात में तालाबों को जल प्रदूषण से बचाने के लिए सरवन प्वाइंट ब्लॉक के करसा गांव में ग्रे वॉटर प्लांट बनाया गया और क्षेत्र के लिए रोल मॉडल बनाया जाएगा। इस परियोजना में गांव की नाली का गंदा पानी सीधे तालाब में नहीं होगा। पानी को The grief pit शोक पिट के माध्यम से शोधित कर भूमि का अध्ययन किया गया। जहां बारिश से मिलने वाले स्वच्छ जल को तालाबों में संग्रहीत किया जाएगा। तालाबों को पानी से बचाने और तालाब के पानी को जन-उपयोगी बनाने के लिए 6 हजार की आबादी वाले करसा गांव में यह प्रोजेक्ट बनाया गया है।
गिल चेंबर
और दो शोक पिट का निमार्ण प्लांटर ग्रे वॉटर का शोध शुरू किया गया है। संयुक्त पानी की समस्या की वजह से जिला के तालाबों का पानी पीना और स्नान करना उचित नहीं रह गया है। पशु-पक्षी भी इस पानी को पीकर के बीमार पड़ रहे हैं। इसके अलावा संचारी रोग भी लगातार बढ़ रहा है। इन योजनाओं के समाधान के लिए करसा गांव में रोल मॉडल के तौर पर ग्रे वॉटर रिवॉल्यूशन बनाया गया। इस परियोजना के लिए सीडीओ लक्ष्मी नागप्पन ने प्रयास शुरू किया। शासन की मंजूरी के बाद स्वच्छ भारत मिशन के चरण-टू के तहत करसा गांव में इसका चयन किया गया था। इस तकनीक से गांव के छह तालाबों में से चार में गंदा पानी बंद हो गया है। अब दो तालाबों के लिए भी कठिन प्रयास किए गए हैं। इसके माध्यम से नालो के अंदर पानी का कचरा नाली के बाद उसे देशी फिल्टर विधि से जमीन के लिए उपयोगी बनाया जा रहा है।
ऐसे करता है काम अन्यत्र। इस चेम्बर के बाद फिर से फ़्लाइट फ़िट नाली के माध्यम से 6 फ़िट ग्राउज़ और 4 फ़िट असेम्बली चेम्बर में पानी का प्लांट लगाया जाता है। सभी चेम्बर के पहले आयरन की जेलियाँ मिली हुई हैं। इससे Plastic प्लास्टिक और अन्य कचरा रुक जाता है। चेम्बर में टाली में सिल्ट स्टाक डाला जाता है, दूसरा चेम्बर से पाइप के माध्यम से पानी शोक पिट भेजा जाता है। शोक पिट में गहराई और व्यास 10-10 चित्र दिये गये हैं। यह शोक पिट नकलीदार बनाए गए हैं। स्वा इंच कल्चर को भी रिकॉर्ड किया गया है इससे पानी छनता हुआ जमीन के अंदर चला जाएगा। शोक पिट व चेंबर को चटिया के माध्यम से पढ़ा गया है।
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