Jhansi: बंद कमरे में बीमार अधेड़ शव मिला

Update: 2024-07-23 03:21 GMT

झाँसी: झांसी कोतवाली थाना क्षेत्रान्तर्गत मोहल्ला छनियापुरा में बीती देर रात बंद कमरे में बीमार अधेड़ के मिले शव से रूहें कांप उठी. तखत पर लेटे गोपाल अहिरवार (55) के गले, गाल, सिर पर काटने के घाव थे. जो बता रहे थे कि श्लोचन सूंघने वाले नशेड़ी बेटे ने चलने-फिरने में असमर्थ खटिया पकड़े पिता के साथ क्या-क्या नहीं किया ? न तो उन्हें पीने को पानी दिया और न ही भोजन.

पड़ोसियों की मानें तो देर रात तक बीमार अधेड़ गोपाल अहिरवार की चीखें सुनाई दी थी. उनका बेटा पीट रहा था. यह चीखें आधी रात तक सुनाई दी. इसके बाद थम गई. पड़ोस में रहने वाली रिश्तेदार पिस्ता देवी अहिरवार, भतीजा राकेश, बहू रिंकी ने बताया कि गोपाल द्वारे पर बैठकर चाय-पानी उनसे मांग लेते थे. उनकी पत्नी शकुंतला बेटी रजनी के यहां इलाज के लिए गई हैं. से ही आशीष अपने पिता पर नशे की हालत में काफी जुल्म ढा रहा था. उन्हें घर के बाहर नहीं? निकलने दे रहा था. नशे में वह ब्लेड व चाकू से हमला कर देते था. इस वजह से कोई वहां नहीं? जा रहा था. शाम आशीष जब घर से कहीं चला गया तो वह गोपाल को रोटी खिलाकर आई थीं. अन्य पड़ोसियों ने बताया, रात में आशीष के लौटने पर उसने पिता के साथ मारपीट की. जिससे वह चीखते-चिल्लाते रहे. गुस्सा काफी आया. लेकिन, नशेड़ी आशीष के सामने जाने की हिम्मत नहीं हुई. आधी रात तक गोपाल की चीखें सुनाई. फिर क्या हुआ कुछ पता नहीं?

ब्लेड और चाकू कईयों को मार चुका था भतीजे राकेश, मृतक के रिश्तेदार बहू पिस्ता अहिरवार ने बताया कि आशीष हमेशा ब्लेड और चाकू रखता था. वह 24 घंटे श्लोचन सूंघता रहता था. कई बार लोगों से झगड़ा कर चुका था. विरोध करने पर ब्लेड और चाकू मार देता था. जिससे कई घायल हो चुके थे.

दादी से दादा को ले जाने की कहा थापड़ोस में रहने वाली रिंकी ने बताया कि गोपाल उनके अजिया ससुर लगते थे. आशीष ने दिन पहले अपनी मां शकुंतला को मारा था तो वह चली गई. उनका हाथ टूट गया तो उनकी लड़की उन्हें ले गए. तब सभी ने कहा था कि दादा जी को भी ले जाओ. नहीं तो आशीष उन्हें मार डालेगा और यही हुआ.

साहब, मृत के साथ कमरे में ही रहा लोगों ने बताया कि की शाम पड़ोसी बहू ने उन्हें रोटी खिलाई. जब आशीष आया तो दुत्कार कर पिता को अंदर ले गया. वहां उनके साथ मारपीट की. आधी रात तक उन पर जुल्म ढाता रहा. फिर थम गई. टीवी की आवाजें भी आ रही थी. लेकिन, गोपाल के घर का दरवाजा नहीं खुल रहा था. लोगों ने बताया कि वह पिता की हत्या कर उन्हीं के पास बैठा रहा. वहीं सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मुआयना किया. मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. जो काफी देर तक पड़ताल में जुटी रही.

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