Jhansi: शहर के 90 फीसदी बिजली उपकेंद्र अतिरिक्त लोड से हांफने लगे

ट्रिपिंग-ओवरलोड का मुद्दा चेयरमैन तक पहुंचा

Update: 2024-06-26 06:05 GMT

झाँसी: मौसम के तेवर बदले तो शहर के 90 फीसदी बिजली उपकेंद्र अतिरिक्त लोड से हांफने लगे हैं. इसका नतीजा यह है कि शहरवासी ट्रिपिंग और ओवरलोडिंग की समस्या झेल रहे हैं. ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग का मामला पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के चेयरमैन तक पहुंच गया है. इस पर चेयरमैन ने साफ-साफ शब्दों में कहा है कि ट्रिपिंग और ओवरलोडिंग की समस्या का हल दो दिनों के अंदर किया जाए.

प्रचंड गर्मी में शहरी क्षेत्र में हो रही ट्रिपिंग और ओवरलोडिंग की समस्या से शहरवासी परेशान हैं. इसका समाधान पिछले एक सप्ताह से नहीं निकल पा रहा था. इस बीच मामले की जानकारी को चेयरमैन को वीडियो कांफ्रेंसिंग में हो गई. उन्होंने साफ-साफ शब्दों में पूछा कि आखिर क्या वजह है कि ट्रिपिंग और ओवरलोडिंग से निजात नहीं मिल पा रहा है. इस पर अभियंताओं ने चुप्पी साध ली. चेयरमैन ने सख्ती दिखाते हुए दो दिनों के अंदर समस्या दूर करने के निर्देश दिए.

साथ ही यह भी कहा है कि ट्रांसमिशन पर बिजलीघरों के पावर ट्रांसफार्मर के टैप चेंजर को बढ़ाया जाए जिससे उपभोक्ताओं को लो-वोल्टेज की समस्या न हो. अधीक्षण अभियंता शहरी लोकेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि ट्रिपिंग पर निगम लगातार काम कर रहा है. जल्द ही यह समस्या दूर हो जाएगी.

ट्रांसमिशन पर बिजलीघरों को हाईटैप किया गया: चेयरमैन की सख्ती का असर ट्रांसमिशन के बिजलीघरों पर होने लगा है. शहरी क्षेत्र के ट्रांसमिशन में बिजलीघरों को हाईटैप कर दिया गया है. हाइटैप होने से अब उपखंडों को बिजली की सप्लाई में कटौती नहीं होगी. इन सबके बीच 33 की बजाए 31 हजार वोल्ट की आपूर्ति हो रही है. शहरी वितरण खंडों में 2 केवी ट्रांसमिशन से 33 केवी बिजली घरों को 33 हजार की बजाय 31 हजार वोल्ट ही मिल रहा है. इससे 33 केवी बिजलीघरों से 11 केवल फीडरों को 11 हजार की जगह नौ हजार वोल्ट की बिजली मिल पा रही है. ट्रांसमिशन के अधीक्षण अभियंता का कहना है कि सप्लाई के दौरान पूरी बिजली मिलनी संभव नहीं है.

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