Jhansi: गांव बाबई निवासी धंते (55) पत्नी स्व. गेंदालाल अहिरवार अकेली रहती थी. उ उसका बेटा अपने परिवार सहित इंदौर में मजदूरी करता है. को धंते की आखिरी बात एरच के कुरयाना मोहल्ला निवासी भतीजी अंजना से हुई थी. इसके बाद वह सोने चली. धंते दिखाई नहीं दी. दिन भर कोई आहट न होने पर देर रात पड़ोस में रहने वाली देवरानी देखने गई तो दरवाजा बंद था. जिससे उन्हें शंका हुई. उन्होंने अपने बेटे राजेश को बुलाया. राजेश मकान के पीछे से दीवार पर चढ़कर घर में पहुंचा तो ताई धंते का शव लहुलुहान अवस्था मे चारपाई पर पड़ा था
. गले पर धारदार चीज से गहरे घाव थे. जिससे वह चीख पड़ा. उसने बंद दरवाजे को खोला तो हत्या की से पूरा गांव दहल उठा. आनन-फानन में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए. परिजन रोने-बिलखने लगे. सूचना पर पुलिस अधीक्षक थाना प्रभारी जेपी पाल, समथर थाना प्रभारी अजमेर सिंह भदौरिया पुलिस बल के साथ पहुंचे. पुलिस ने मौका-मुआयना कर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. जो काफी देर तक सुबूत एकत्र करने में जुटी रही. लोगों के बयान दर्ज किए गए. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. अधेड़ महिला की चारपाई पर मिली लाश के बाद पूरा गांव दहल उठा. गले पर गहरे काटे जाने के निशान थे. हालांकि पुलिस हर प्वाइंट पर बारीकी से पड़ताल में जुटी है