लखनऊ न्यूज़: जल जीवन मिशन को उच्च वरीयता वाली श्रेणी में रखने के साथ नदी जोड़ और राष्ट्रीय गंगा योजना के लिए इस बार बजट में ज्यादा आवंटन किया गया है. जल जीवन मिशन के लिए 70,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जो पिछले बजट आवंटन से दस हजार करोड़ रुपए ज्यादा है. नमामि गंगा मिशन-2 के तहत राष्ट्रीय गंगा योजना के बजट में 1200 करोड़ और नदी जोड़ के लिए 2100 करोड़ रुपये का ज्यादा आवंटन किया गया है.
साल 2024 तक देश के हर ग्रामीण घर को नल से जल सुलभ कराने के लिए 2019 में शुरू किए गए जल जीवन मिशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए इस बार के बजट में 70000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. यह पिछले बजट के 60,000 करोड़ रुपये के आवंटन से दस हजार करोड़ रुपये
ज्यादा है. नमामि गंगे मिशन -2 के तहत राष्ट्रीय गंगा योजना के बजट को पिछले आवंटन 2500 करोड़ से बढ़ाकर इस बार 4000 करोड़ रुपए किया गया है.
नदियों को आपस में जोड़ने के लिए भी इस बार बजट बढ़ाया गया है. बीते बजट के 1400 करोड़ रुपए के आवंटन की तुलना में इस बार 3500 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. इस राशि का उपयोग केन बेतबा नदी जोड़ परियोजना का काम आगे बढ़ाने के लिए किया जाएगा. यह देश की पहली नदी जोड़ परियोजना है. हालांकि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बजट में कुछ कमी आई है. पिछली बार आवंटित 10954 करोड़ रुपए की तुलना में इस बार 8587 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. जल शक्ति मंत्रालय के बजट में जो बड़ी बढ़ोतरी है वह जल जीवन मिशन की ही है.
● केंद्र सरकार 2,200 करोड़ रुपये से आत्मनिर्भर स्वच्छ योजना कार्यक्रम शुरू करेगी. इसका उद्देश्य स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए एक कदम आगे बढ़ाना है
● हरित वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए हरित ऋण कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. बजट में सरकार की ओर से इसका प्रावधान करना मील का पत्थर साबित हो सकता है.
● शहरों को म्यूनिसिपल बॉन्ड के लिए प्रेरित किया जाएगा, इस कदम से ये संस्थाएं मजबूत होंगी
● बजट में वाहन कबाड़ नीति के लिए पर्याप्त कोष का प्रावधान किया गया है. वाहन कबाड़ नीति की सफलता से देश की बड़ी समस्याओं में शामिल कबाड़ वाहनों से छुटकारा मिलेगा.
जल संरक्षण क्षेत्र में लाभ मिलेगा
आम बजट में जल के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के लिए आवंटन सरकार की इस क्षेत्र के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है. सभी योजनाएं जल कल्याणकारी है. इनसे राज्य, समाज, सरकार तीनों एक साथ जुड़ती हैं, तो समाज में जमीन पर काम दिखाई पड़ता है. जल जीवन मिशन से जहां बहुआयामी लाभ मिलेगा, वहीं नदी जोड़ से बड़े परिणाम सामने आएंगे. सरकार के कामों के साथ जनता भी जुड़ती है तो जन चेतना से कई कामों में तेजी और आसानी होती है.