मथुरा न्यूज़: राजा कनिष्क के देवकुल इटोकरी के रास्ते को जल्द कब्जा मुक्त कराया जाएगा. एसडीएम मांट ने इसका संज्ञान लेते हुए तहसीलदार को आदेशित किया है.
मांट साथ सम्पूर्ण समाधान दिवस में इटोकरी के रास्ते को कब्जे मुक्त कराने की शिकायत दर्ज कराई. बताते चलें कि इटोकरी को पुरातत्व विभाग ने अधिग्रहित किया हुआ है. एसडीएम इन्द्र नंदन सिंह ने तत्काल इसका संज्ञान लेते हुए तहसीलदार मांट को मौके की स्थिति देख जांच करने और इटोकरी के रास्ते को कब्जे मुक्त कराने को आदेशित किया है. वहीं एसडीएम ने बताया कि को राजस्व विभाग की टीम मौके पर स्थिति देख आगामी कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि किसी को भी सरकारी जमीनों पर कब्ज़ा नहीं करने दिया जाएगा.
इटोकरी का महत्व: इतिहासकारों का मानना है कि राजा कनिष्क ने मांट स्थित टीला इटोकरी में अपने कुल की स्थापना की थी. यहीं से सन 1912 में राजा कनिष्क, उनके पिता की मूर्तियां खुदाई में निकलीं जो मथुरा के राजकीय संग्रहालय में मौजूद हैं. इसके अलावा बुद्ध की प्रथम प्रतिमा भी मथुरा संग्रहालय में मौजूद है. जो बौद्ध अनुयायियों के लिए विशेष आस्था का केंद्र हैं. अंग्रेजी हुकूमत के दौरान मथुरा में की गई खुदाई में दुर्लभ कलाकृति, संस्कृति से सुसज्जित मूर्तियां निकलीं. इनमें कालखंड बुद्ध, महावीर, मौर्या, शुंगकाल, शक, उत्तर शुंगवंश, कुषाण काल, गुप्त काल, पूर्व और उत्तर मध्य काल की मूर्तियां हैं.