मोदीपुरम: जहां वेस्ट यूपी में प्रदूषण का स्तर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। वहीं, बढ़ता प्रदूषण अभी शहरवासियों को परेशान करेगा। नवंबर माह में लोगों को सांस देने में भी दिक्कतें महसूस होगी। प्रदूषण के लिहाज से मेरठ देश के तीसरे प्रदूषित शहरों में शामिल है, लेकिन अभी तक इस शहर का प्रदूषण कम नहीं हो रहा है। बल्कि लगातार शहर का प्रदूषण बढ़ रहा है। अगर देखा जाए तो आने वाले समय में इस शहर का प्रदूषण का स्तर और भी ज्यादा खतरनाक साबित होगा। अक्टूबर माह में प्रदूषण का स्तर लगभग 300 के पार पहुंचने की उम्मीद है। दीपावली का पर्व और गन्ना कोल्हू एवं क्रेशर के चलने से भी प्रदूषण में जहां इजाफा हुआ है। वहीं, यह इजाफा होने के कारण लोगों को सांस लेने में भारी परेशानी होगी। अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया गया तो नवंबर माह में हालात ओर भी अधिक विकट होने की संभावना है। बारिश से शहर का प्रदूषण धुल गया था। 100 से भी कम शहर का प्रदूषण का स्तर पहुंच गया था। जिसके बाद शहरवासियों ने राहत की सांस महसूस की थी, लेकिन फिर से वेस्ट यूपी के शहरों में प्रदूषण धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। खासकर मेरठ में प्रदूषण का स्तर अच्छा खासा बढ़ रहा है। इसलिए शहरवासियों को अब बेहद सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है। सर्दी के मौसम में खासकर अक्टूबर और नवंबर के महीने में शहर का प्रदूषण बढ़ता है। जो मानव जीवन के लिए बेहद खतरनाक होता है। इसलिए इसकी रोकथाम करना बेहद आवश्यक है। इसलिए इसके लिए सभी को जागरूक होना पड़ेगा।
इनसे बढ़ा प्रदूषण का स्तर: अक्टूबर के महीने से गन्ना कोल्हू, क्रेशर और चीनी मिलों के चलने का समय शुरू हो जाता है। जिससे प्रदूषण में इजाफा होता है। इसके साथ-साथ शहर में अंधांधुध तरीके से हो रहे अवैध निर्माण के कारण भी प्रदूषण बढ़ा है। जगह-जगह कूडेÞ करकटों के ढेर होने के कारण भी प्रदूषण बढ़ता है। ऐसे में अक्टूबर और नवंबर के महीने में ज्यादा प्रदूषण के बढ़ने की संभावना रहती है। इसलिए इस बार प्रदूषण तो बढ़ेगा ही साथ ही साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ेगा। इसलिए इसके बचाव को आगे आना होगा।
प्रमुख शहरों में एक्यूआई:
बागपत 253
गाजियाबाद 374
मेरठ 316
मुजफ्फरनगर 163
शामली 160
प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभाग द्वारा लगातार मॉनिटीरिंग की जा रही है। जो प्रदूषण बढ़ा रहे हैं। उनके खिलाफ विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है। प्रदूषण की रोकथाम के लिए सभी का दायित्व है कि वह आगे आए और इसकी रोकथाम करें।
-विजय कुमार, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी
ठंडी होने लगी रात, 15 से नीचे पहुंचा पारा: रात में ठंड का अहसास बढ़ने लगा है। सीजन में दूसरी बार रात का तापमान 15 से नीचे आया है। हालांकि, दिन के तापमान में एक डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अक्टूबर माह बीतने को है और ठंड ने धीरे-धीरे दस्तक देनी शुरू कर दी है। दिन में तापमान 30 के आसपास बना हुआ है। वहीं, रात के तापमान में लगातार गिरावट का दौर बना हुआ है। शुक्रवार को रात का तापमान लढ़कर 14.9 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं, दिन का तापमान एक डिग्री बढ़कर 31 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एम शमीम का कहना है कि रात के तापमान में गिरावट का दौर बना रहेगा। अगले सप्ताह से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। जिसके बाद दिन के तापमान में भी गिरावट होगी और ठंड में इजाफा होगा।
मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि आर्द्रता 85 प्रतिशत दर्ज की गई है। उधर, शहर में प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में शहर की आबोहवा और भी अधिक जहरीली होने वाली है।