उत्तरप्रदेश | पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि मुस्लिमों की आवाज उठाने वालों को संसद में उग्रवादी कहना शर्मनाक है. संसद में एक मुस्लिम सांसद को गाली देना सदन की गरिमा को दागदार करना है. हिंदुस्तान और मुसलमान एक दूसरे से अलग नहीं. जहां गंगा जमुनी तहजीब अलग नहीं, वहां मुसलान, हिंदुस्तान से अलग नहीं हो सकता. हिंदू गंगा में स्नान करते हैं तो मुसलमान वजू कर नमाज अदा करते हैं.
सलमान खुर्शीद इंडियन मुस्लिम फॉर सिविल राइट्स (आईएमसीआर) की ओर से करेली के एक गार्डेन में आयोजित संगोष्ठी को में बोल रहे थे. खुर्शीद ने कहा कि सदन में अधिकारों की बात करने पर मुस्लिमों को उग्रवादी कहा जाता है. आईएमसीआर गैर राजनीतिक संगठन है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मोहब्बत का पैगाम जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है. आईएमसीआर के चेयरमैन मोहम्मद अदीब ने कहा कि हर तरफ भय का माहौल है. जुल्म के खिलाफ आवाज नहीं उठी तो मुल्क को बचाना मुश्किल होगा. सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव सैयद अजीज पाशा ने कहा कि एनसीईआरटी की पुस्तकों से मुगल इतिहास को हटा दिया गया. इतिहास मिटाया जा रहा है. एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नसीम सिद्दीकी ने कहा कि आईएमसीआर हिंदुस्तान की सियासत में रोल अदा कर सेक्युलरिज्म के खतरे को खत्म करना चाहता है. आम आदमी पार्टी के नेता इशरत जमील, ने कहा कि धर्म और मजहब के नाम पर गलत बातें फैलाई जा रही हैं. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता जेड के फैजान ने कहा कि मुस्लिमों को बचाना है तो सरकार को हटाना है. सैयद मसूद हुसैन ने संगठन के लक्ष्य और उद्देश्यों को बताया.
कार्यक्रम के संयोजक और सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद इरम रब्बानी के साथ सामाजिक कार्यकर्ता सत्य भाव मिश्रा, पूर्व अपर महाधिवक्ता कमरुल हसन सिद्दीकी आदि लोगों ने अपने विचार रखे.