गीडा के वास्तुशिल्प के आरोपों की जांच शुरू, पहले भी नप ने गीडा के अधिकारी से शिकायत की थी
सेक्टर 13 में एक फाइल के लिए रिश्वत की मांग की गई।
गोरखपुर: सीएम के गृह के खिलाफ जिले में खंडहरों को अटकाने और भटकाने की शिकायत पर गीडा के सहायक महाप्रबंधक संपत्ति की जांच शुरू हो गई है। गीडा के कमिश्नर के आदेश पर इसकी जांच की जा रही है। कुछ उद्यमियों ने सीएम से की थी आवेदन की शिकायत.
गीडा के कुछ उघमियों ने पिछले दिनों सीएम से मुलाकात कर गीडा के सहायक महाप्रबंधक वैलेंटाइन मिश्रा की कार्यशैली को लेकर शिकायत की थी। उद्यमियों की याचिका थी कि अधिकारी मानचित्र, फ़्लोरिडा से लेकर महत्वपूर्ण विभागों को फ़्रिज करते हैं। ऑटोमोबाइल ने अधिकारी पर लगाया आरोप सीईओ के निर्देश पर गीडा के उत्कृष्ट अनुपम मिश्रा सहयोगियों से पूछताछ की जा रही है। लैपटॉप पर लगाए गए आरोप
पहले भी नप ने लगाया था आरोप गीडा के कई अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ आरोप में पहले भी कार्रवाई हो चुकी है. दो साल पहले गीडा में इंजीनियर कनिष्ठ सहायक अमित कुमार मित्र को वर्कशॉप और फ्रेंडशिप कॉलेज में काम करने के आरोप में गीडा सीईओ ने निलंबित कर दिया था। सीईओ की जांच में पता चला कि स्टाफ द्वारा व्यासायिक योजना की फाइल रोकी जा रही थी। सेक्टर 22 विस्तारीकरण एनीमेशन को सचिवालय कर टेबल पर स्थापित किया गया। राजकुमारी के सामुद्रिक की समय सीमा तय होने के बाद भी उनका पालन नहीं किया गया। साथ हीसेक्टर 13 में एक फाइल के लिए रिश्वत की मांग की गई।
गीडा में सुपरटेक केस का एक अधिकारी भी था। गीडा में वैज्ञानिक अधिकारी मुकेश गोयल थे, जो कि गीडा में फर्म मैनेजर के पद पर रहते थे। अन्य गीडा सीईओ पवन अग्रवाल का कहना है कि सहायक महाप्रबंधक संपत्ति की कार्यशैली को लेकर शिकायत दर्ज करायी गयी है. अप्रतिम मिश्र धातु की जांच की गई है।