बरेली | बीएमएम कविता गंगवार के खिलाफ गबन और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। भोजीपुरा थाने के विवेचक तेजपाल सिंह शुक्रवार को विकास भवन पहुंचे और डीसी एनआरएलम बलवंत सिंह से मामले से जुड़े साक्ष्य मांगे। इस मामले में कविता की शिकायत पर महिला आयोग पहले ही डीएम और एसएसपी को समन भेज चुका है। हाईकोर्ट ने भी गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए बीडीओ को तलब किया है।
भोजीपुरा ब्लॉक में गोलमाल से जुड़े दो मामले इन दिनों विकास भवन में चर्चा का विषय बने हुए हैं, इनमें एक आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन पहुंचाने के एवज में स्वयं सहायता समूह को मिले 1.70 लाख के भुगतान में से 50 हजार रुपये कमीशन वसूलने, जिसमें बीएमएम पूनम और बीडीओ कमल श्रीवास्तव के खिलाफ शिकायत की गई थी। दूसरा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में आईसीआरपी के 22 लाख रुपये के मानदेय का भुगतान 26 मई को दूसरे खातों में भेज दिए जाने का है।
गलत खातों में भेजे भुगतान की जांच सीडीओ जग प्रवेश की ओर से गठित चार सदस्यीय कमेटी ने की थी। इसमें मत्स्य विभाग की सहायक निदेशक विभा लोहनी, डीसी एनआरएलएम बलवंत सिंह, सहायक लेखकार राम आसरे गंगवार, डीसी मनरेगा गंगाराम वर्मा शामिल थे। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीडीओ के निर्देश पर बीडीओ ने भोजीपुरा थाने में कविता के खिलाफ पिछले महीने एफआईआर दर्ज करा दी थी, जबकि सीएलएफ के अन्य सदस्यों को बचा दिया गया था। विवेचक तेजपाल ने बताया कि जांच कमेटी में शामिल डीसी एनआरएलएम से केस से संबंधित कुछ जानकारी जुटाई है। जांच कमेटी में शामिल अन्य सदस्यों से भी जानकारी जुटाई जाएगी। कविता को हाईकोर्ट से स्टे मिला है। अब तक ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है जिससे उसे दोषी माना जा सके।
गड़बड़ी की खुलेंगी कई परतें
बीएमएम कविता पर एफआईआर लिखाने के बाद सीएलएफ (संकुल प्रेरणा समिति) सदस्यों को नोटिस भेजने के मामले में समिति के पदाधिकारी पहले ही बीडीओ के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं। पिछले तीने महीने में स्वयं सहायता समूहों के बजाय गलत खातों में भुगतान भेजने के कई मामले सामने आ चुके हैं। साक्ष्य समेत इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से की जा चुकी है। इनकी जांच में भी कई चौकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।