गाजियाबाद न्यूज़: इंदिरापुरम का कूड़ा साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार में बन रहे ट्रांसफर स्टेशन में भेजा जाएगा. इसके लिए ट्रांसफर स्टेशन अगले 15 दिन में बनकर तैयार हो जाएगा. मौजूदा समय में नगर निगम शहर के विभिन्न डंपिंग ग्राउंड में कूड़ा भेजता है. .
इंदिरापुरम के शक्तिखंड-चार के आवासीय क्षेत्र में 35 हजार वर्ग मीटर खाली पड़ी जमीन पर पिछले कई सालों से कूड़ा डाला जा रहा था. डंपिंग ग्राउंड में इंदिरापुरम सहित आसपास के इलाकों में कूड़ा इकट् ठा होने से आसपास की सोसाइटी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. इसके खिलाफ कंफेडरेशन ऑफ ट्रांस हिडन आरडब्ल्यूए के पदाधिकारीयों ने वर्ष 2018 में एनजीटी में याचिका दायर की थी. एनजीटी ने छह सितंबर 2022 को नगर निगम पर 150 करोड़ और जीडीए पर 50 करोड़ रुपये का पर्यावरण क्षतिपूर्ति का जुर्माना लगाया था. इस मामले में नगर निगम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली थी. को कोर्ट में सुनवाई के बाद कोर्ट ने नगर निगम को आदेश जारी कर 20 दिन में एक करोड़ की जुर्माना राशि जमा करने को कहा है.
इस मामले में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथलेश कुमार का कहना है कि इंदिरापुरम के डंपिंग ग्राउंड में कूड़ा डालना बंद कर दिया गया है. नगर निगम की तरफ से यहां साढ़े चार लाख टन से अधिक कूड़े को प्रोसेस किया गया है.
साहिबाबाद में ट्रांसफर स्टेशन का काम 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन में शहर के विभिन्न डंपिंग ग्राउंड में भेजा जाएगा. इंदिरापुरम में निजी कंपनी नेचर क्लीन द्वारा कूड़ा उठाया जा रहा है. निजी कंपनी के मैनेजर अरविंद श्रीवास्तव का कहना है कि जल्द ही साहिबाबाद में ट्रांसफर स्टेशन बनने के बाद कूडा ट्रांसफर स्टेशन में भेजा जाएगा.