PHD प्रवेश की नयी नियमावली के खिलाफ अनिश्चितकालीन प्रदर्शन

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Update: 2023-10-08 15:36 GMT
वाराणसी। बीएचयू पीएचडी प्रवेश की नयी नियमावली के विरुद्ध चौदहवें दिन भी परीक्षा नियन्ता कार्यालय पर छात्रों का अनिश्चितकालीन प्रदर्शन जारी रहा। विश्वविद्यालय प्रशासन कि चुप्पी के खिलाफ धीरे- धीरे छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अनिश्चितकालीन प्रदर्शन के चौदहवें दिन प्रदर्शन को अपना नैतिक समर्थन देने 80 के दशक में विश्वविद्यालय छात्रसंघ के महामंत्री उत्तरप्रदेश विधानसभा के सदस्य रविवार दोपहर ओमप्रकाश सिंह बीएचयू प्रदर्शनस्थल पहुचें। छात्रों को सम्बोधित करते हुए ओमप्रकाश सिंह ने ऊर्जान्वित करते हुए कहा कि जिंदा कौमें अपनी लड़ाई स्वयं लड़ती है। आप विश्वविद्यालय की जिंदा कौमें हैं, आपकी निश्चितरूप से जीत होगी। छात्रों के प्रति विश्वविद्यालय प्रशासन का रवैया बेहद ही असन्तोषजनक है। मेरा पूर्ण सहयोग और समर्थन आपलोगों के साथ है। मैं शीघ्र कुलपति से सम्पर्क करके आपके मामले के शीघ्र निराकरण पर बात करूंगा, ताकि आपका अध्ययन और प्रभावित न हो। इसके बाद सिंह ने उन सभी छात्रों का हालचाल जाना जो प्रदर्शन के दौरान डेंगू से पीड़ित थे।
इसके बाद छात्रों का समूह कुलपति आवास पहुंचा, जहां कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन के सद्बुद्धि के लिए छात्रों द्वारा हनुमान चालीसा का सामुहिक पाठ किया गया। इसके बाद छात्र कुलपति से मिलने की जिद करने लगे और कुलपति आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की। जिस दरम्यान प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों के साथ छात्रों की खूब नोकझोक हुई। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों के मान मनौअल के बाद छात्र वापस अपने प्रदर्शनस्थल की तरफ लौट आये। उक्त प्रदर्शन में शामिल छात्र विकाश ने बताया कि कुलपति के संरक्षण में तैयार पीएचडी प्रवेश की नयी नियमावली सामान्य छात्र छात्राओं के साथ साथ दलित आदिवासी तबके से आने वाले छात्र समूह को भी उच्चतर शिक्षा से वंचित कर देगा। इसलिए हमलोग पिछले चौदह दिन से इस त्रुटिपूर्ण नियमावली के विरोध में अनिश्चितकालीन प्रदर्शन पर बैठे हैं। इस संदर्भ में हमने मुख्य परिक्षा नियन्ता को ग्यारहसूत्री मांगपत्र दिया है और हमारी मांगे माने जाने तक हम अनिश्चितकालीन प्रदर्शन पर डटे रहेंगे। छात्रों का आक्रोश है कि प्रदर्शन के चौदह दिन बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय का कोई जिम्मेदार अधिकारी छात्रों की सुध लेने धरनास्थल पर नहीं आया है। उक्त प्रदर्शन में विकास, पतञ्जलि पाण्डेय, राजकुमार, अभिषेक उपाध्याय, श्यामल, विवेकानंद, अजित यादव, अंकित सिंह, हर्ष, विपिन, सौरभ राय, सूर्याभ, शुभम शुक्ला, अभिषेक राय, अभिजीत राठौर, भीष्म, अक्षय तिवारी समेत दर्जनों छात्र शामिल हैं।
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