बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के परियोजना कार्यालयों में कागजों में गाड़ियां चलाने की होगी जांच
बरेली: बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के परियोजना कार्यालयों पर कागजों में किराए की गाड़ियां चलाकर सरकार को हर महीने लाखों की चपत लगाने के मामले में जल्द कार्रवाई हो सकती है। इस मामले की जांच के लिए विभागीय उपनिदेशक सत्यवती सरोज दो दिवसीय दौरे पर 14 मार्च को लखनऊ से बरेली पहुंचेंगी। उपनिदेशक का दौरा तय होने के बाद कर्मचारियों को रिकार्ड दुरुस्त करने में जुटा दिया गया है। सीडीपीओ और मुख्य सेविकाओं को पूरे ब्योरे के साथ गाड़ियों से जुड़े प्रपत्र भेजने को कहा गया है।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से जिले के सभी 15 ब्लॉकों के बाल विकास एवं परियोजना कार्यालय पर तैनात सीडीपीओ (बाल विकास एवं परियोजना अधिकारी) के लिए विभागीय कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार के नाम पर किराए पर ली गईं 14 गाड़ियां आवंटित की गई हैं। इनमें एक गाड़ी क्यारा और भोजीपुरा में 15-15 दिन के लिए निर्धारित है। शिकायत है कि बहेड़ी और फरीदपुर समेत 10 से ज्यादा परियोजना कार्यालयों में ये गाड़ियां कागजों में दौड़ाई जा रही हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक एक गाड़ी की एवज में हर महीने 20 हजार 800 रुपये का भुगतान किया जा रहा है।
पिछले दिनों अमृत विचार में खबर प्रकाशित होने के बाद मामला शासन तक पहुंचने के बाद निदेशक ने रिपोर्ट तलब की थी। इसके अलावा सीडीओ ने भी इसकी जांच शुरू कर दी है। अब उपनिदेशक जांच के लिए लखनऊ से बरेली पहुंच रही हैं। उपनिदेशक के आने की खबर मिलते ही रिकॉर्ड दुरुस्त करने का काम शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि इस मामले में विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारियों की गर्दन फंस सकती है।