अगले 5 सालों में यूपी को मिलेगा दूसरा नोएडा,बेहतरीन बुनियादी सुविधाओं से गीडा बना उद्यमियों की पसंद
यूपी के गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेन्ट अथॉरिटी (गीडा) निवेशकों की पसंद बन रहा है.
यूपी के गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेन्ट अथॉरिटी (गीडा) निवेशकों की पसंद बन रहा है. यहां आ रहे निवेश, निवेशों के प्रस्ताव और जिन प्रस्तावों पर काम हो रहा है, वह इसके सबूत हैं. सब कुछ इसी तरह रहा तो प्लास्टिक पार्क, आईटी पार्क, गारमेंट पार्क, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के दोनों ओर बनने वाले औद्योगिक गलियारे, धुरियापार की औद्योगिक टाऊनशिप समेत अन्य योजनाओं के जरिए अगले पांच साल में यह उत्तर भारत का दूसरा नोएडा बनने की राह पर होगा. मालूम हो कि बहुत पहले से गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे का मुख्यालय है. इस नाते यह रेल सेवा के जरिये पूरे देश से जुड़ा है. गीडा के बीचोबीच गोरखपुर से लखनऊ जाने वाली फोरलेन सड़क है.इसके जरिए गीडा पूर्वोत्तर भारत और देश के अन्य हिस्सों से जुड़ता है. इसको 6 लेन का बनाने का प्रस्ताव है. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के जरिए पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ने के बाद इसकी रोड कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी. गोरखपुर में पहले से ही एयरपोर्ट है. मौजूदा समय में यहां से देश के सभी प्रमुख महानगरों के लिए नियमित फ्लाइट्स हैं. करीब 50 किमी दूर कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट सोने पर सुहागा जैसा है. इस तरह से कनेक्टिविटी के लिहाज से गीडा को वैश्विक स्तर की सुविधाएं हासिल हैं. इन्हीं बेहतरीन सुविधाओं की वजह से गीडा न केवल देश बल्कि विदेश के निवेशकों की भी पसंद बन रहा है. दो दिन पहले यूनाइटेड किंगडम के साउथ एशिया के ट्रेड कमिश्नर एलेन जेमेल का दौरा और यहां के परिवेश की तारीफ इसका प्रमाण है.