कई मामलों में आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने भाजपा नेताओं की नहीं सुनीं
करीब तीन माह से कम समय के कार्यकाल में आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज कड़क मिजाज बने रहे। उनकी कार्यशैली से थानों की व्यवस्थाओं में बदलाव जरूर हुआ लेकिन उनके कई निर्णय ने भाजपा नेताओं को परेशान रखा। भाजपा के जनप्रतिनिधियों को नजरअंदाज करने की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की गई।
शेरगढ़ में युवक की हत्या में देरी से एफआईआर लिखने से हुए बवाल, पूर्व विधायक केसर सिंह गंगवार के बेटे विशाल को हवालात में डलवाने समेत कई ऐसे मामले हुए जिनसे भाजपा नेताओं की छवि खराब हुई थी। हालांकि आईपीएस सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज के तेज तर्रार तेवरों से इंस्पेक्टरों में खासा डर बैठ गया था।
उन्होंने लापरवाही पर सात इंस्पेक्टर समेत कई पुलिस कर्मियों को निलंबित किया था। उनकी सख्त कार्यशैली के चलते थानों में फरियादियों की सुनवाई समय पर होने लगी थी। भाजपा नेताओं की नाराजगी के चलते शनिवार देर रात शासन ने उन्हें बरेली से हटा दिया था।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar