भोपाल: मसाजिद कमेटी की लापरवाही के चलते अभी तक इमाम मुअज्जिनों का वेतन नहीं आया है, जिसके चलते शहर की कई मस्जिदों के इमामों को कई तरह की पारिवारिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ इस मामले में अब जमीअत उलमा मध्यप्रदेश ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय से मांग करते हुए एक वर्ष का वेतन एक साथ जारी करने की बात कही है, उनका कहना है कि इससे मसाजिद कमेटी की मर्जर एग्रिमेंट के तहत दी जाने वाली ग्रांड ताकि समय पर मिले। वहीं इमाम मुअज्जिनों की तनख्वाह की बात इस बार केंद्रीय स्तर उठाए जाने की जरूरत है।
अब 27 को वेतन देने की बात कही
इस मामले मसाजिद कमेटी के प्रभारी सचिव उवैस अली ने बताया कि सैलरी मिल जाएगी। किन्हीं कारणों से लेट हुई है। हमने ट्रेजरी में बिल 26 को लगाए गए हैं, उम्मीद की जा सकती है कि इनका वेतन 27 तक आ जाएगा। बता दें कि इससे पहले करीब सप्ताह भर पहले भी कमेटी के अधिकारियों ने अगले दो दिन में सैलरी आने की बात कही थी। हालांकि अभी तक यह वेतन नहीं आ सका है।
दो महीने की सैलरी आएगी एक साथ
मसाजिद कमेटी के अधिकारियों की मानें तो इस बार इमाम मुअज्जिनों का वेतन दो महीने का आएगा, इसमें उन्हें जनवरी और फरवरी की सैलरी दी जाएगी, वही मार्च का वेतन उन्हें अप्रैल में दिया जाएगा। गौरतलब है कि शहर की मस्जिदों में मौजूद इमाम मुअज्जिनों का वेतन महीने भर का चार से पांच हजार रुपए है। फिर भी उन्हें करीब तीन महीने से यह नहीं दिया गया है।