फरीदपुर। अवैध अस्पताल, नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जिले भर में भरमार है। मंगलवार को सीएमओ ने छापे मारकर दो अल्ट्रासाउंड सेंटर और दो अस्पतालों को सील करा दिया।
सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह मंगलवार को एसीएमओ डॉ. हरपाल सिंह के साथ फरीदपुर पहुंचे और स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. अनुराग गौतम के अलावा स्टाफ को भी साथ लिया। इसके बाद छापे मारने शुरू किए। अफसर सबसे पहले थाने के पीछे रहनुमा ग्लेज हॉस्पिटल पहुंचे लेकिन उनके आने की भनक लगते ही स्टाफ अस्पताल पर ताला डालकर भाग निकला। सीएमओ ने अपना ताला डलवाकर अस्पताल को सील करा दिया।
बीसलपुर रोड पर आला हजरत अस्पताल पर भी टीम पहुंचने से पहले ही उसका मालिक खिसक लिया। इस बीच छापों की खबर कस्बे में फैल गई और तमाम झोलाछाप व अवैध अस्पताल संचालक अपनी-अपनी दुकानों को बंद कर निकल लिए। वहीं सीएचसी से कुछ ही दूर स्टेशन रोड पर स्थित कृष्णा अल्ट्रासाउंड व डायग्नोस्टिक सेंटर पर टीम ने छापामारी कर उसे सील कर दिया। मुख्य मार्ग पर स्थित रेनू अल्ट्रासाउंड सेंटर को भी टीम ने सील कर दिया। सीएमओ ने सभी अस्पतालों को सील करने के बाद अवैध रूप से संचालित होने पर उनके खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं।
वहीं इस मामले में सीएचसी प्रभारी डा. अनुराग गौतम ने बताया कि सील किए गए अस्पतालों और अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालकों को बुलाकर उनसे अभिलेख प्रस्तुत करने को कहा गया है। संबंधित अस्पताल संचालक यदि अभिलेखों को प्रस्तुत नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जाएगी। यहां स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा होता है कि यदि अस्पताल वैध थे तो स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर बंद कर क्यों भाग खड़े हुए और यदि अवैध पाकर उन्हें सील किया गया तो फिर उनके विरुद्ध एफआईआर की कार्रवाई क्यों नहीं की गई।