सर्विस रोड पर चल रहा एमडीए इंजीनियरों की शह पर अवैध कॉलोनी का काम

Update: 2023-03-03 11:06 GMT

मेरठ: अवैध कॉलोनी बागपत बाइपास की सर्विस रोड पर हैं। इस कॉलोनी पर एमडीए इंजीनियर ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण भी कर दिया। ध्वस्तीकरण भी खानापूर्ति का किया गया। अब इसे टूटे हुए पांच दिन हुए थे कि फिर से बिल्डर ने टूटी सड़कों और दीवारों का फिर से निर्माण करा दिया। फिर से कॉलोनी का निर्माण कार्य इंजीनियर के संरक्षण में चल रहा हैं।

प्राधिकरण उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय भले ही कितनी भी सख्ती क्यों नहीं कर ले, लेकिन इंजीनियर बाज आने वाले नहीं हैं। एक तरफ तो कॉलोनी का ध्वस्तीकरण सरकारी दस्तावेजों में दर्शा दिया गया, लेकिन मौके पर फिर से निर्माण आरंभ करा दिया। अब बिल्डर को फिर से दो-तीन माह कॉलोनी का विस्तार करने का मौका मिल जाएगा। इसके बाद आम जनता इसमें फंस जाएगी। हालांकि एमडीए की तरफ से समाचार पत्रों में भी ये विज्ञापन दिया जा रहा है कि अवैध कॉलोनी हैं, इसमें प्लाट नहीं खरीदे, लेकिन इसके बावजूद भोले-भाले लोग अनप्रुड में प्लाट खरीद ही लेते हैं,

जिसके चलते आम जनता के मकानों पर फिर एमडीए बुलडोजर चलाता हैं। जब दीवार का निर्माण फिर से कर दिया गया है तो यहीं पर एमडीए इंजीनियर इसे क्यों नहीं तोड़ रहे हैं। यदि अभी क्षतिग्रस्त बार-बार कर दी तो इसके बाद बिल्डर की कमर टूट जाएगी। इसके बाद अवैध निर्माण नहीं होगा। इसके बाद एमडीए का खौफ भी उन बिल्डरों में पैदा होगा, जो अवैध कॉलोनी विकसित करते हैं।

तीन ग्राम प्रधानों के खिलाफ बैठी जांच: इन दिनों मेरठ जनपद की तीन ग्राम पंचायतों में अनियमितताओं की जांच चल रही है। जिनके लिए अलग-अलग जांच अधिकारी बनाए गए हैं। मवाना ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मुबारकपुर में कराए गए विकास कार्यों को लेकर जिलाधिकारी स्तर पर वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत की गई है। जिसकी जांच के लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और एक जेई को शामिल करके टीम बनाई गई है।

जिनकी ओर से पंचायत सचिव को अवगत करा दिया गया है और संबंधित दस्तावेज जांच के लिए उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। वहीं इसी ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम मंदवाड़ी में भी निर्माण कार्यों में धांधली की शिकायत डीएम से की गई है। जिसकी जांच भूमि संरक्षण अधिकारी की अध्यक्षता में गठित टीम को दी गई है। माछरा ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम दबथला में वित्तीय अनियमितताओं की जांच जिला युवा कल्याण अधिकारी को दी गई है।

इन तीनों प्रकरण में एक महीने में जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। इसके अलावा डीपीआरओ की ओर से परीक्षितगढ़ ब्लॉक के ग्राम बहादरगढ़ के ग्राम प्रधान और सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसमें पंचायत सहायक के पद पर तैनाती को लेकर चल रहे विवाद और अवरोध के बारे में जवाब मांगा गया है।

Tags:    

Similar News

-->