आगरा। ममता मथुरा के फरह स्थित गांव धर्मपुरा निवासी बलवीर सिंह की बेटी थी। उसकी शादी 26 जनवरी 2016 को पैंतखेड़ा निवासी मनमोहन सिंह से हुई थी। उनके तीन साल का बेटा आरव और डेढ़ साल की बेटी सौम्या थी। मनमोहन के चाचा हरिओम ने पुलिस को बताया कि रविवार रात नौ बजे सभी ने खाना खाया था। इसके बाद वह आरव को लेकर अपने कमरे में सोने चले गए। तभी मनमोहन ने बेटी और पत्नी ममता को मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही थी। तहरीर पर पति मनमोहन, उसके चाचा हरिओम, चाची मंजू और ताऊ राजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस टीम ने की घेराबंदी
खंदौली थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान पुलिस ने आरोपी मनमोहन को गिरफ्तार कर लिया। थाना पुलिस ने बताया कि आरोपी भागने की फिराक मेें था, शक होने पर पुलिस ने आरोपी की घेराबंदी की और हिरासत में ले लिया, सख्ती से पूछने पर आरोपी ने पुलिस को अपना नाम मनमोहन बताया।
गले पर कांच के टुकड़े से किया प्रहार
पुलिस टीम द्वारा पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा बताया गया कि वो अपनी पत्नी के चरित्र पर शक था और बेटी का चेहरा उससे नहीं मिलता था, इससेे लगता था कि यह बेटी उसकी नहीं है, किसी और की है। घटना वाले दिन इसी बात को लेकर मनमोहन का पत्नी से झगड़ा हो गया और गुस्से में पत्नी ममता का गला दबा दिया। इसके बाद पत्नी बेहोशी की हालत में देख, मनमोहन ने पास में पड़े कांच के टूटे शीशे से गर्दन पर वार करके हत्या कर दी और कांच के टुकड़े को बाहर छुपा दिया।
रोने पर बेटी की कर दी हत्या
पत्नी के हत्या के बाद शोर सुनकर बेटी भी जाग गई और रोने लगी। आरोपी मनमोहन ने बताया कि बेटी के रोने की आवाज सुनकर कोई जाग न जाए इसलिए बेटी का भी मुंह गला दबाकर मौत के घाट उतार दिया। उसके बाद किसी को बिना कुछ बताए रात में ही घर से निकल गया और पुलिस से बचने को अन्य कानपुर, मथुरा आदि अन्य जनपदों में भागता रहा। पैसे खत्म होने पर पैसों का इंतजाम करने आज दोबारा आगरा आया हुआ था। आरोपी की निशानदेही से आला कत्ल कांच का टुकड़ा बरामद कर लिया गया।
हत्या के बाद आरोपी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था, आरोपी को सुबह गिरफ्तार कर लिया, हत्या मेें इस्तेमाल कांच भी बरामद किया गया है। आरोपी ने शक के विवाद में पत्नी की हत्या की थी।