कोई मरता मरे, हम तो मस्ती करेंगें, जिला अस्पताल में मरीज भले ही हो परेशान, डॉक्टर खेलते रहते है लूडो
मुजफ्फरनगर। जनपद के जिला महिला चिकित्सालय में महिलाओं का इलाज राम भरोसे किया जा रहा हैं। जिला महिला चिकित्सालय की जिला चिकित्साधिकारी आभा आत्रे खुद अपने अधीनस्थों के साथ मिलकर ड्यूटी के वक्त लूड़ो खेलकर अपना वक्त बिता रही हैं।
जिला महिला चिकित्साधिकारी लूड़ो खेलते हुए सोशल मीडिय़ा पर जमकर वायरल हो रही हैं। वहीं जिला महिला चिकित्साधिकारी का लूड़ो खेलने का मामला सोशल मीडिय़ा के अलावा धरातल पर भी चर्चा का विषय बना हुआ हैं। वहीं आम जनता का कहना हैं कि अब तो जिला महिला चिकित्सालय का भगवान ही मालिक हैं। जनता के बीच चर्चा हैं कि अब जिला महिला चिकित्सालय की हकीकत सामने आई हैं कि कैसें जिला महिला चिकित्सालय में महिलाओं के प्रसव के दौरान केस बिगड़ते हैं।
बताया जा रहा हैं कि पैसे के अभाव में गरीब लोगों के द्वारा सरकारी चिकित्सालयों की ओर रूख किया जाता हैं,ताकि कम खर्च पर अच्छा उपचार मिल सके,मगर अब तो उनका भी भरोसा जिला महिला चिकित्सालय पर से उठ गया हैं। चर्चा हैं कि जिस तरह से जिला महिला चिकित्साधिकारी का फोटो सोशल मीडिय़ा पर वायरल हो रहा हैं, उससे साफ जाहिर हो रहा हैं कि अब महिला चिकित्सालय में केवल अपने इंजॉयमेंट पर ध्यान दिया जायेगा न कि मरीजों के उपचार पर। वहीं दूरभाष के माध्यम से जिला महिला चिकित्साधिकारी से मामले की जानकारी करने का प्रयास किया गया, मगर खेल में मशगूल जिला महिला चिकित्साधिकारी ने नम्बर भी बंद कर दिया।
जिला महिला चिकित्सालय आये दिन किसी न किसी विषय को लेकर चर्चाओं में रहता हैं फिर चाहे वह भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना हो या फिर मस्ती करने के लिए चिकित्सालय में खेलने का मामला हों। जिला महिला चिकित्साधिकारी आभा आत्रे से जिला महिला चिकित्सालय में पनप रहे भ्रष्टाचार पर रोक तो नहीं लगाया जा सका, मगर जिला महिला चिकित्सालय को खेल का मैदान जरूर बना दिया गया हैं। जिला महिला चिकित्सालय में मरीजों के उपचार कराने के नाम पर अभी तक ठगी करने का कलंक लगा हुआ था, जिसको लेकर चिकित्सालय में काफी बार हंगामा भी हो चुका हैँ, मगर अब खेल के मैदान के नाम से भी शायद प्रसिद्ध होने में वक्त नहीं लगेगा।
सरकार की अस्पताल की कायाकल्प योजना में स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी गई छूट की आड़ में जिला महिला चिकित्साधिकारी के द्वारा अपना अधिकतर वक्त खेलने में गुजारा जा रहा हैं, जबकि सरकार की अस्पताल कायाकल्प योजना के अन्तर्गत चिकित्सक डय़ूटी के समय के बाद खेल सकते हैं न कि डय़ूटी पर तैनात रहते हुए।