गंगा में नाव पर कबाब और हुक्का पार्टी करने वालों की हुई पहचान

प्रयागराज में गंगा नदी में चलती नाव पर कबाब पकाने और हुक्का पीने वालों की पहचान हो गई है

Update: 2022-09-01 15:15 GMT
प्रयागराज में गंगा नदी में चलती नाव पर कबाब पकाने और हुक्का पीने वालों की पहचान हो गई है। पुलिस ने पहचाने गए दो लोगों की धरपकड़ के लिए छापेमारी की तो घरों पर ताले लटके मिले। पुलिस एफआईआर दर्ज कर अन्य की तलाश में भी जुटी है।
प्रयागराज के दारागंज थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया कि गंगा नदी में चलती नाव पर कुछ लोगों द्वारा मांस पकाने और हुक्का पीने का एक वीडियो वायरल हुआ था। उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आने पर बक्शी चौकी प्रभारी दिवाकर सिंह की तहरीर पर दो नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे दो लोगों की पहचान अजफ और हसन के रूप में हुई है। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और 295 में प्राथमिकी दर्ज की गई है। ये दोनों दारागंज के बक्शी खुर्द के निवासी हैं। पुलिस को तलाशी के दौरान दोनों आरोपियों के मकान पर ताला लटका हुआ मिला। अधिकारी ने बताया कि बाकी चार अज्ञात लोगों की भी पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
दो दिन पहले वायरल वीडियो में दिख रहा है कि शाम के समय एक नाव पर पांच-छह लड़के बैठे हुए हैं। सफेद शर्ट पहना एक लड़का हुक्का पीता हुआ नजर आ रहा है। नाव पर ही रोस्टेड चिकन बन रहा है। एक भगोने में मीट रखा है। नाव पर पीछे बैठे युवक मस्ती कर रहे हैं। एक आदमी खाना बना रहा है।
इसके बाद सेल्फी ली जा रही है। सभी मस्ती करते हुए नजर आ रहे हैं। सोमवार को गंगा में नाव पर घूमते हुए यह वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने विरोध जताया। सोशल मीडिया के माध्यम से दारागंज पुलिस तक शिकायत पहुंची। यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी एक खास वर्ग से जुड़े हैं।
संतों में भी नाराजगी
गंगा की लहरों पर नाव पर मुर्गा पकाने का वीडियो वायरल होने के बाद संतों ने भी आक्रोश जताया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने इसे गंभीर विषय बताकर आपत्ति जाहिर की। अध्यक्ष व महामंत्री ने स्पष्ट कहा कि जिला प्रशासन को आरोपियों की तलाश कर तत्काल इन लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्रपुरी ने कहा था कि गंगा करोड़ों लोगों की आस्था का विषय हैं। यह नदी ही नहीं हमारी संस्कृति और पहचान है। इसे चौपाटी कैसे बनाया जा सकता है। जिन्होंने भी यह हरकत की है वो निंदा के पात्र हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री व जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरिगिरि ने कहा कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। जो पूजनीय स्थल है, वहां पर ऐसे मांसाहार और नशे पर पूरी तरह से रोक है। यहां तक की कुम्भ और माघ मेला क्षेत्र में मांसाहार प्रतिबंधित होता है, ऐसे में पवित्र गंगा में इस प्रकार की हरकत करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
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