मथुरा न्यूज़: भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा ने जिले के दो गांवों को गोद लिया है. संस्थान के विशेषज्ञों ने नौहझील के भूरेका एवं गोवर्धन के जखनगांव में किसानों को निशुल्क धान की उन्नत किस्मों का बीज वितरित किया.
गोष्ठी में मुख्य अतिथि पूसा के निदेशक प्रसार डॉ. आरएन पड़ारिया ने 50 किसानों को 1509 एवं 1692 किस्म के धान के बीजों का निशुल्क वितरण किया. एक सोच फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक अजय सुमन शुक्ला ने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कठिन दौर में किसानों को खेती करने के तरीको में बदलाव करना आवश्यक है. हम पूसा के साथ मिलकर किसानों को खेती की नवीनतम विधियों से अवगत कराएंगे. गोष्ठी में उसे संस्थान के विशेषज्ञ डॉ. जीपीएस डवास ने एंटरप्रेन्योरशिप, डॉ. कृष्णा ने बायोफर्टिलाइजर्स, एसके लाल ने एससी एसपी योजना, डॉ. रंजीत ने बीज एवं प्रजातियों की जानकारी दी. डॉ. प्रकाश ने गर्दन तोड़ आदि रोगों का निदान बताया. डॉ. जितेंद्र सिंह ने सीधी बुजाई की विस्तृत जानकारी दी. डॉ. कृष्णा ने बायोफर्टिलाइजर्स एवं सीनियर साइंटिस्ट टीकम सिंह ने धान की खेती की व्यापक जानकारी दी. भूरेका में प्रगतिशील किसान सुधीर अग्रवाल एवं जखनगांव में शिव प्रकाश, सुनील, विमला आदि ने सहयोग किया.
समस्याओं का समाधान कराने की मांग: लेखपालों ने बकाया एरियर, कृषि गणना के मानदेय, आय, जाति, निवास प्रमाणपत्र और अधिकारियों द्वारा डाले जा रहे दाबव को लेकर आवाज उठाई है. इसको लेकर उन्होंने उपजिलाधिकारी छाता श्वेता के साथ वार्ता कर ज्ञापन सौंपा. उप्र लेखपाल संघ की एक बैठक सभागार तहसील छाता में तहसील अध्यक्ष पंकज परिहार की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में छाता तहसील के सभी लेखपाल मौजूद रहे. जिला लेखपाल संघ के मीडिया प्रभारी चन्द्रशेखर वर्मा ने बताया कि एसडीएम छाता और तहसील के अन्य अधिकारियों ने निर्धारित समय में लेखपालों की समस्याओं का निस्तारण किये जाने का आश्वासन दिया.