लखनऊ: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) की अधिकारी निहारिका सिंह को समन जारी कर 600 करोड़ रुपये के अनी बुलियन इंडस्ट्री (एबीआई) घोटाला में उनकी भूमिका के संबंध में 15 दिनों के भीतर जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा है। निहारिका एबीआई के मालिक अजीत कुमार गुप्ता की पत्नी हैं और फिलहाल इंडोनेशिया में पोस्टेड हैं। ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अजीत कुमार गुप्ता के खिलाफ दर्ज की गई 30 एफआईआर और शिकायतों के आधार पर 2019 में एबीआई के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
एसटीएफ ने लखनऊ पुलिस के साथ मिलकर 16 जुलाई 2020 को अजीत कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया था।
जांच के दौरान निहारिका की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई थी।
बाद में 2021 में ईडी ने पीएमएलए मामले में आईएफएस अधिकारी का नाम जोड़ा।
सूत्रों ने कहा कि अजीत कुमार गुप्ता के खिलाफ जांच के दौरान, उनकी अधिकारी पत्नी से जुड़े कुछ लेन-देन और पैसे के हस्तांतरण की जांच की गई और अब इसे उनके द्वारा सत्यापित करने की आवश्यकता है।
2006 बैच की आईएफएस अधिकारी, निहारिका ने टोकियो और पूर्वी एशियाई देशों में दक्षिणी अफ्रीका डिवीजन के उप प्रमुख के रूप में कार्य किया है।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने सबसे पहले एनी बुलियन ट्रेडर्स, एनी कमोडिटी ब्रोकर्स प्राइवेट लिमिटेड, आई विजन इंडिया क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, एनी बुलियन इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों में पोंजी योजनाएं शुरू कीं।
ईडी के सूत्रों ने कहा, इसने प्लॉट के रूप में भारी रिटर्न का वादा कर लोगों को कंपनी में निवेश करने का लालच दिया। कंपनी ने निवेशकों को समझाने के लिए पोस्ट-डेटेड चेक भी जारी किए।