चलती ट्रेन में पति को पड़ा दिल का दौरा, पत्नी ने बहादुरी से सांस देकर बचाई जान
मथुरा न्यूज़: मथुरा के रेलवे स्टेशन में देर रात का मामला का है। जहां निज़ामुद्दीन तिरुअनंतपुरम सुपरफास्ट एक्सप्रेस से चेन्नई निवासी 67 वर्षीय केशवन अपनी पत्नी दया के साथ में सफर कर रहे थे। चलती ट्रेन में अचानक केशवन की तबीयत बिगड़ गई। तबीयत बिगड़ने की सूचना आरपीएफ को दी गई। मथुरा स्टेशन पर ट्रेन के रुकते ही यात्री को प्लेटफॉर्म पर लाया गया, लेकिन तब तक उनकी सांसें उखड़ने लगी थीं। केशवन अपनी पत्नी दया के साथ दिल्ली से कोझिकोड जा रहे थे। कहते हैं जाको राखे साइयां मार सके ना कोई ऐसा ही कुछ ऐसा ही मथुरा में देखने को मिला है। पत्नी ने दी पति को मुंह से सांसे आर पी एफ (RPF) सिपाही ने किया हार्ट पपिंग, मरीज को एंबुलेंस पहुंचाया अस्पताल, वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे आरपीएफ सिपाही अशोक कुमार ने केशवन की पत्नी से कहा कि वे अपने पति को सीपीआर यानी मुंह से सांस दें। जिसके बाद दया ने अपने पति को मुंह से सांस देने शुरू किया। पत्नी काफी देर तक सीपीआर देती रही आखिरकार पति को मौत के मुंह से खींच लिया। इस दौरान जवान यात्री के हार्ट की पंपिग कर रहा था। वहीं मौके पर मौजूद अन्य यात्री हाथ और पैरों को मलते रहे।
वहीं आरपीएफ के जवानों ने कंट्रोल रूम में सूचना भेज एंबुलेंस की मदद मांगी और मरीज को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। सीपीआर के बाद जब यात्री का हालत में सुधार हुआ तो सीआरपीएफ जवान केशवन को स्ट्रेचर से बाहर लाकर एंबुलेंस से रेलवे अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखकर रेफर कर दिया। इसके बाद जवानों ने उन्हें मथुरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। केशवन को तुरंत इलाज मिलने से उनकी जान बच गई। फिलहाल वह खतरे बाहर हैं। केशवन की पत्नी दया ने बताया कि हम केरल जिले के कासरगोड के रहने वाले हैं। वे चार धाम यात्रा पर उत्तराखंड गए थे। केशवन का बेटा नीरज भी सहारनपुर में डॉक्टर है। सूचना मिलने पर वह भी मथुरा पहुंच गया।