अलीगढ़ न्यूज़: प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस व संभागीय परिवहन विभाग की लाख कोशिशों के बाद भी सड़क हादसों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है. आए दिन जनपद में सड़क हादसे हो रहे हैं, जिसमें लोगों को जान से हाथ धोना पड़ रहा है. लोगों का परिवार सड़क हादसों में उजड़ जा रहा है. पिछले 20 दिनों में जनपद में ताबड़तोड़ सड़क हादसे हुए हैं, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है. सड़क सुरक्षा समिति की बैठक व कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित रह गई है.
जनपद में 13 ब्लैक स्पॉट हैं. गोपी, नानऊ, पनैठी, खेरेश्वर, छेरत सुड़ियाल, पिलखना, शेखा झील, मकदूमनगर, तेहरा मोड़, मलसई एवं बरौठा नहर शामिल हैं. ब्लैक स्पॉट पर सबसे अधिक हादसे हो रहे हैं. आए दिन ब्लैक स्पॉट पर लोगों की जान जा रही है. तीन साल पहले ब्लैक स्पॉट की संख्या 10 थी, लेकिन अब इसमें इजाफा हो गया है. सड़क हादसे अनूपशहर रोड, जीटी रोड, खैरेश्वर, अलीगढ़ पलवल, अकराबाद, टप्पल समेत अन्य स्थानो पर हादसे हो रहे हैं.
खेरेश्वर चौराहे पर चारों ओर लगेंगे ट्रैफिक सिग्नल कलक्ट्रेट सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई, जिसमें लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने एवं सड़क हादसे रोकने पर मंथन हुआ. डीएम ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को ग्राफ घटाकर आमजन की सुरक्षा करना शासन-प्रशासन की प्राथमिकता में शामिल है. खेरेश्वर चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने पर एनएचएआई ने बताया कि विभाग एनओसी दे सकता है, ट्रैफिक सिग्नल नहीं लगा सकता है. डीएम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत नगर निगम को खेरेश्वर के चारों तरफ ट्रैफिक सिग्नल लगाने एवं एनएचएआई को संकेतांक लगाने के निर्देश दिये. विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब गठन कराए जाने के निर्देश दिए. प्रत्येक विद्यालय को रोड सेफ्टी क्लब की गतिविधियों एवं प्रचार-प्रसार के लिए 5000 रुपये का प्राविधान किया गया है. ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों में रोड सेफ्टी क्लब का गठन कराते हुए सफलतापूर्वक संचालित कराए जाएं ताकि छात्र विशेषकर युवा वर्ग सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सके. बैठक में सीडीओ आकांक्षा राना, एसपी ट्रैफिक मुकेश उत्तम, आरटीओ फरीदुद्दीन, अधिशासी अभियंता लोनिवि योगेश कुमार, एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी समेत सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे.
वर्ष हादसे मृतक
2016 790 438
2017 882 580
2018 507 417
2019 489 391
2020 327 232
2021 901 635
2022 628 432
2023 305 265
ओवर स्पीड व जागरूकता के अभाव में भी जा रही जान
सड़क हादसों के पीछे कारण ओवर स्पीड, ट्रैफिक नियमों की जानकारी नहीं होना व यातायात नियमों का पालन नहीं करना भी बड़ी वजह है. प्रशासन के अलावा लोगों को स्वयं भी हाईवे व एक्सप्रेसवे पर चलने के दौरान सावधानियां बरतनी होगी.